दोस्तों आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अपने स्वास्थ्य के प्रति बेहद लापरवाह हो गए हैं। हम अपने स्वास्थ्य के ऊपर ध्यान ही नहीं दे पा रहे हैं, हमारा स्वास्थ्य हमारे शरीर के सिस्टम से क्रियान्वित होता है ,जो कि 60% इम्यूनिटी सिस्टम पर निर्भर करता है।
हम आए दिन इम्यूनिटी के बारे में खोजते रहते हैं कि , इम्यूनिटी को को किस प्रकार से बढ़ाया जाए? (Tips to Improve your Immunity) व प्राकृतिक तरीके से इसे किस प्रकार से मजबूत बनाया जाए?
आइए हम इस लेख के जरिए इन प्रश्नों का कारण व निवारण ढूँढतें हैं इसके लिए हम निम्नलिखित बातों पर चर्चा करेंगे-
- इम्यूनिटी का अर्थ।
- इम्यूनिटी के कमजोर होने के पांच (5)मुख्य कारण।
- इम्यूनिटी को बढ़ाने के प्राकृतिक उपाय।
- इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए कुछ प्रमुख तथ्य।
इम्यूनिटी का सामान्य अर्थ
शरीर में ऐसी संचालित प्रणाली है जो बिना किसी डाक्टर की सहायता के रोगों से लड़ने के लिए हमेशा तत्पर रहती है व शरीर की स्वयं से हीलिंग या मरम्मत करती है इस शक्ति को इम्यूनिटी (रोग प्रतिरोधक क्षमता) के नाम से जाना जाता है।
इम्यूनिटी के कमजोर होने के पांच मुख्य कारण
- पहले यह जान लेना आवश्यक है कि इम्यूनिटी हर मनुष्य के शरीर का कवच होती है। परंतु इस कवच को कमजोर बनने में क्षणिक समय भी नहीं लगता. इस इम्यूनिटी को पांच मुख्य कारक क्षति पहुंचाते हैं जो कि इस प्रकार हैं
- जीवाणु और विषाणु : हमारे शरीर के अंदर व बाहर जीवाणु (bacteria) और विषाणु (virus) मौजूद होते हैं , जिनसे हमारे शरीर में एलर्जी बुखार ,खांसी ,जुखाम आदि रोग हो जाते हैं।
- असंतुलित आहार: खराब भोजन से जैसे कि- फास्ट फूड (मोमोज , चाऊमीन, मैगी ) तथा जंक फूड के सेवन करनें से इम्यून सिस्टम को कमजोर करना व बीमारियों को न्योता भेजनें जैसा है।
- अनिद्रा व तनाव: चिंता व बेफिजूल की नकारात्मक सोच के कारण नींद सही से नहीं ले पाते हैं ,जिससे तनाव व अनिद्रा जैसी परेशानी होने लग जाती है, इसका पूरा प्रभाव इम्यूनिटी पर पड़ता है।
- नशीले पदार्थों का सेवन: धूम्रपान मादक पेय पदार्थ ड्रग्स आदि से शरीर की शक्ति कम होने लग जाती है ,तथा इसके दुष्प्रभाव से जान से भी हाथ धोना पड़ सकता है।
- हमारी जीवन शैली: देर से उठना ,साफ सफाई का ना होना व तनावग्रस्त माहौल आदि से इम्यूनिटी धीरे -धीरे कम होने लग जाती है।
इम्यूनिटी को बढ़ाने के प्राकृतिक उपाय
इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए हमें दैनिक जीवन शैली को सुदृढ़ बनाना होगा जिसके लिए आपको निम्नलिखित गतिविधियों को अपनाना होगा।
सुव्यवस्थित जीवन शैली द्वारा: प्रातः काल सूर्योदय से पहले उठना वह खुले आसमान को निहारना ,शुद्ध हवा लेना, नियमित आहार ,व्यायाम एवं योगासन करना । इनसे दिमाग में ऑक्सीजन वह रक्त में श्वेत रक्त कणिकाओं की संख्या में वृद्धि होती है ,जोकि इम्यून सिस्टम को बढ़ाती है। योगासन करने से शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा अधिक हो जाती है ,जिससे वजन को संतुलित वह दिमाग को शांत रखा जा सकता है।
संतुलित आहार: प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) को बढ़ाने के लिए विटामिन सी (c) से युक्त फलों का सेवन करना चाहिए।
उदाहरण: आंवला ,नींबू, संतरा ,टमाटर, ताजे फल। तथा शुद्ध भोजन ग्रहण करना चाहिए, इनसे शरीर में एंटीबॉडीज का निर्माण अधिक तेजी से होता है, व रक्त निर्माण की प्रक्रिया भी तेजी से बढ़ जाती है। अपने आहार में छिलके वाली दाल, चना, गेहूं ,मूंगफली तथा सब्जियों में आलू ,प्याज ,चुकंदर ,हरी सब्जियां और साथ ही साथ दूध, दही, छांच आदि का भी सेवन करना चाहिए ।इससे इम्यूनिटी शीघ्र बढ़ जाती है।
नशीले पदार्थों से दूरी: किसी भी प्रकार के मादक एवं नशीले पदार्थों का सेवन हमें बिल्कुल नहीं करना चाहिए ,यह पदार्थ इम्यूनिटी को भी भारी मात्रा में क्षति पहुंचाते हैं ।यदि आपको कुछ पीना ही है तो -*नींबू पानी, ताजे फलों का जूस व साधारण पानी का सेवन करें।
प्रसन्नता एवं मुस्कुराहट: खुश रहने व मुस्कुराने से रक्त में मौजूद रसायन (केमिकल )अमृत में परिवर्तित हो जाते हैं, जिससे शरीर के अंग प्रत्यंग भी प्रफुल्लित हो जाते हैं। इसलिए प्रायः उठते ही प्यारी सी मुस्कुराहट के साथ दिन की शुरुआत करें। मुस्कुराने से तनाव घट जाता है दुर्भावनाएं मिट जाती हैं ,व चित् प्रसंता से भर जाता है तथा मन मस्तिष्क में सकारात्मक विचार की धारा पनपती है,जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी वृद्धि होती है।
अच्छी गहरी नींद: हमारे शरीर के लिए नींद संजीवनी का कार्य करती है,व अच्छी नींद लेने के लिए प्रातः काल में जल्दी उठे वह अपनी दिनचर्या को भली-भांति नियत निभाने के पश्चात रात्रि 10:00 बजे तक अपना सारा काम संपन्न कर दें, व सोने से 1 घंटे पहले अपने मोबाइल, टीवी, लैपटॉप( इलेक्ट्रॉनिक गैजेट) आदि को अपने से दूर कर दीजिए, इससे आपको तनाव मुक्त जिंदगी व अच्छी नींद आएगी। अच्छी नींद आने से आपके रोग प्रतिरोधक क्षमता में दिन उत्तर दिन वृद्धि होती जाएगी।
उपवास: हफ्ते में एक दिन अवश्य रूप से उपवास ले, क्योंकि हमारे शरीर की प्राण शक्ति शरीर की ऊर्जा को उन हिस्सों में लगाती है जो किसी तरह से कार्य कर पाने में समर्थ नहीं होते ,प्राण शक्ति उपवास के दिन इस कार्य को करती है, जिससे हमारा शरीर रोगों का मुकाबला करने के लिए मजबूत वह शक्तिशाली बनता है।
इम्यूनिटी को को बढ़ाने के लिए कुछ प्रमुख तथ्य
- प्रकृति से जो आहार प्राप्त होता है ,उसे ही लें ।जैसे कि- फल, अनाज ,जड़ी बूटियां आदि तथा मांस का सेवन कम करें।
- गुनगुने पानी का ही सेवन करें, ठंडा पानी शरीर की शक्ति को कम कर देता है।
- प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए -अश्वगंधा ,मुलेठी, गिलोय व पुदीने जैसे जड़ी बूटियों का सेवन करें ।
- सोते समय कांच के गिलास में दूध ले तथा उसमें आधा चम्मच हल्दी व एक चुटकी काली मिर्च डालकर पिए। यह प्रक्रिया 2 माह तक करें, इससे आपको इम्यूनिटी मजबूत लगेगी।
- तला हुआ वह भुना हुआ भोजन ज्यादा प्रयोग में ना लाएं।
- तीव्र रोग जैसे खांसी बुखार जुखाम यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं एकदम से दवाई ना लें कुछ दिन पश्चात ही दवाई का सेवन करें।
दोस्तों आपसे यही अपेक्षा है कि यह आर्टिकल आपकी इम्यूनिटी को बढ़ाने में आपकी जरूर सहायता करेगा। तो ऐसे ही और आर्टिकल के लिए बने रहे इस वेबसाइट पर।