मूँगफली को गरीबो का बादाम कहा जाता है क्योंकि इसमें सभी पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में रहते है। इसमें 40% वसा, 25% प्रोटीन,2.5 % खनिज लवण एंव 3% रेशा होता है। यह विटामिन बी प्राप्ति का बढ़िया स्रोत है। इसमें नियासिन की अधिकता होती है।इसी लिए मूँगफली स्वास्थ्य के लिए श्रेयकर है।
मूंगफली के तेल की गुणवत्ता जैतून के तेल के समान होती है।इसमें 49% एक असंतृप्त वसीय अम्ल तथा 33% बहु असंतृप्त वसीय अम्ल होते है।
मूँगफली के उत्पादन के लिए भौगोलिक कारक
साधारण तौर पर मूंगफली की ई जून-जुलाई माह में करते हैं।
उत्पादक कटिबन्ध - यह उष्णकटिबन्धीय पौधा हैं।
तापमान - 22 से 25 से.ग्रे.
वर्षा - 60 से 130 सेमी. वर्षा उपयुक्त होती हैं।
मिट्टी - हल्की दोमट मिट्टी उत्तम होती हैं। मिट्टी भुरभुरी एवं पोली होनी चाहिए।
मूंगफली के लाभ
- मूंगफली का खास गुण यह है कि यह शरीर पर स्मार्टली काम करती है। यह शरीर में से बुरे कॉलेस्ट्रोल को कम करती है और अच्छे कॉलेस्ट्रोल को बढ़ाती है। इसमें मोनो-अनसचुरेटेड फैटी एसिड खासतौर पर ऑलइक एसिड होता है जिससे दिल संबंधी बीमारियों से छुटकारा मिलता है।
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- मूंगफली प्रोटीन का एक बहुत अच्छा स्त्रोत है। इसमें होने वाला अमीनो एसिड शरीर की ग्रोथ के लिए बहुत अच्छा होता है और इसलिए बच्चों के लिए यह बहुत लाभकारी है।
- मूंगफली में भारी मात्रा में मौजूद पॉली-फेनोलिक एंटीऑक्सीडेंट्स और कॉमेरिक एसिड में पेट के कैंसर की संभावना को कम करने का गुण होता है।
- मूंगफली में एंटीऑक्सीडेंट्स काफी मात्रा में होते हैं जो मूंगफली को उबालने पर और ज्यादा सक्रिय हो जाते हैं। इसमें मौजूद बॉयोचानिन-A दो गुना और जेनिस्टइन चार गुना बढ़ जाता है जिससे आपके शरीर में भीतरी साफ सफाई सुचारु और नियमित रुप से होती रहती है।
- असल में मूंगफली को सिर्फ सस्ता काजू इसलिए नहीं कहा जाता कि यह काजू की तरह सफेद होता है कई बार उसकी जगह इस्तेमाल कर ली जाती है बल्कि यह मेवा ही होती है। इसमें बादाम की तरह विटामिन A भरपूर मात्रा में होता है और इससे आपका बेहतरीन त्वचा और बाल पाने का सपना निश्चित तौर पर हकीकत में बदल सकता है।
- इसमें पोटेशियम,मैग्नीज, कॉपर, केल्सियम,आयरन, सेलेनियम और ज़िंक जैसे अतिआवश्यक मिनरल्स पाए जाते हैं जो कि शरीर में होने वाले विभिन्न तरह के फंक्शंस के लिए बहुत ज़रुरी हैं। इसमें एक खास गुण यह होता है कि ऐसी महिलाएं जो मूंगफली को एक हफ्ते में कम से कम दो बार खाती हैं, उनके वजन बढ़ने की संभावना कम हो जाती है।
- मूंगफली को प्रेंगनेंसी के पहले और शुरुआत में खाना शुरू कर देने से बच्चे में हो सकने वाले गंभीर न्यूरल ट्यूब डीफेक्ट 70 प्रतिशत तक कम हो जाता है।
- मूंगफली में होने वाले मैग्नीसियम से कैल्सियम, फेट्स और कार्बोहाइड्रेड्स शरीर में घुल जाते हैं और रक्त में शुगर का स्तर नियंत्रण में रहता है।
- मूंगफली के आश्चर्यजनक गुणों में क्रोनिक त्वचा संबंधी बीमारियां जैसे एग्जीमा और सोराइसिस का भी इलाज संभव है। इसमें पाए जाने वाले फेटी एसिड सूजन और त्वचा में होने वाला लालपन भी कम हो जाता है।
- मूंगफली में पाए जाने वाले विटामिन E, ज़िक और मैग्निशियम त्वचा को ताजगी और चमक देने के साथ साथ बैक्टरिया से भी त्वचा को बचाते हैं। इसमें होने वाला प्रोटीन शरीर में नए सेलो का निर्माण करता है।
मूंगफली बढती उम्र, रंग में फीकापन जैसी समस्याओं से लड़ने के साथ साथ त्वचा में नमी बनाए रखती है। इससे त्वचा, बाल, शरीर के अंदर के ऑर्गंस और बाकी सभी हिस्सों को लाभ पहुंचाने वाले गुण भरपूर मात्रा में होते हैं। मूंगफली खाने के लिए हर समय सही है।