पिछले कुछ दिनों में कोरोना महामारी के चलते एफडी में पैसा लगाने वाले लोगों को भारी मात्रा में नुकसान हुआ है। क्योंकि ऐसे समय में एफडी पर काफी कम स्तर की ब्याज दर मिल रही है। देखा जाए तो अलग-अलग बैंकों में विभिन्न प्रकार की ब्याज दरें एफडी में निवेश करने पर मिलती हैं परंतु इनमें ज्यादातर दरें 5.5 फ़ीसदी तक ही सीमित हैं। इसका अर्थ यह है कि किसी में इससे ज्यादा तथा किसी में इससे कम फीसदी ही ब्याज दर दी जाती है। ऐसे मामले में अब लोग निवेश के लिए नए और बेहतर विकल्प तलाश कर रहे हैं। जिनमें निवेश करने के साथ-साथ बेहतर रिटर्न भी मिलता हो। ऐसे में एमआईएस (MIS) का नाम सूची में सबसे ऊपर है।
पोस्ट ऑफिस की एमआईएस स्कीम को लोग एक बेहतर विकल्प के रूप में शामिल कर रहे हैं। दरअसल पीएनबी के घोटाले के बाद से लोग बैंकों में एकमुश्त राशि को निवेश करने से डर रहे हैं। क्योंकि यह राशि लोगों की मेहनत से की गई कमाई की राशि है और वे इस सेविंग को ऐसे ही किसी बैंक में जमा नहीं करना चाहते। इसके अलावा एफडी में ब्याज दरें काफी कम दी जाती हैं। देखा जाए तो एफडी करने पर उतना रिटर्न नहीं मिल पाता है जितना पोस्ट ऑफिस की MIS स्कीम यानी की मंथली इनकम स्कीम में मिलता है। इसलिए लोग इस योजना की तरफ ज्यादा खींचे चले जा रहे हैं। इस वर्ष के वित्तीय वर्ष में देखा जाए तो एमआईएस की ब्याज दर 6.6 फ़ीसदी रही है। यह एक सरकारी स्मॉल सेविंग स्कीम है। जो निवेशकों को हर महीने बढ़िया रिटर्न प्रदान करती है जिससे उन्हें बड़ी रकम कमाने का मौका भी मिलता है।
इस तरह से खोल सकते हैं अकाउंट
पोस्ट ऑफिस की MIS यानी की मंथली इनकम स्कीम के अंतर्गत सिंगल या ज्वाइंट अकाउंट खोला जा सकता है। इसमें सिंगल या ज्वाइंट अकाउंट के तहत एकमुश्त राशि ही जमा करनी होती है। इस जमा करने वाली राशि के आधार पर ही ग्राहकों के खाते में हर महीने ब्याज के पैसे आते हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि इसमें आपका पैसा सुरक्षित रहेगा या नहीं। इसके अलावा क्या ब्याज के पैसे हर महीने आएंगे तो इस बात का जवाब है हां। क्योंकि यह योजना एक सरकारी योजना है जो कि पोस्ट ऑफिस द्वारा चलाई गई है। तो इस बात की चिंता करने की बिल्कुल भी आवश्यकता नहीं है कि आपका पैसा सुरक्षित रहेगा या नहीं रहेगा। इस स्कीम के अंतर्गत पैसे की सुरक्षा की 100% तक की गारंटी दी जाती है और हर माह ब्याज के पैसे भी आपके खाते में आवश्यक रूप से आते रहते हैं।
7 साल का है लॉकिंग पीरियड
पोस्ट ऑफिस की इस मंथली सेविंग स्कीम में लॉकिंग पीरियड 5 वर्षों का दिया जाता है। दरअसल इस स्कीम में एक अकाउंट के माध्यम से अधिकतम 4.5 लाख रुपए ही निवेश किए जा सकते हैं। इसके अलावा यदि किसी ग्राहक का ज्वाइंट अकाउंट है तो उसमें अधिकतम 9 लाख रुपये ही जमा किए जा सकते हैं। हालांकि ज्वाइंट अकाउंट में 2 से अधिक लोगों के नाम भी हो सकते हैं। परंतु फिर भी अधिकतम राशि 9 लाख रुपये ही रहती है। इस स्कीम का लाभ पाने के लिए पोस्ट ऑफिस यानी कि डाकघर में एक बचत खाता खोलना आवश्यक है।
ऐसे करें कैलकुलेशन
अपने निवेश और रिटर्न को लेकर की जाने वाली कैलकुलेशन आप इस तरह से कर सकते हैं। मान लीजिए कि आपने अपने ज्वाइंट अकाउंट को खोल कर उसमें 9 लाख रुपये इस योजना में लगा दिए हैं। अब आपको 6.6 फ़ीसदी के आधार पर वार्षिक रूप से 59,400 रुपये ब्याज मिलेगा। इसका अर्थ यह हुआ कि हर माह 4,950 रुपये की कमाई आपके द्वारा की जाएगी। तो यह एक बढ़िया तरीका है कम समय में अधिक कमाई करने का। इसका फायदा उठाना ही चाहिए।
इन लोगों को पसंद नहीं आ रही एफडी
ऐसे लोग जिन्होंने अपनी मेहनत की पूरी कमाई और सेविंग्स को एफडी में लगा दिया है और अब उन्हीं पैसों से उनके परिवार का पालन पोषण हो रहा है। परंतु एफडी की ब्याज दरें गिरने से उन्हें काफी बड़ा नुकसान झेलना पड़ रहा है। ऐसी परिस्थिति में MIS योजना लोगों के लिए एक बेहतरीन योजना साबित होती है। दरअसल ऐसी कई महिलाएं और व्यक्ति भी हैं जो अपना परिवार इन्हीं ब्याज के रुपयों से चला रहे हैं। ऐसी स्थिति में यदि वे MIS में निवेश करते हैं तो उन्हें पैसे सुरक्षित रहने की गारंटी के साथ-साथ काफी अच्छा रिटर्न भी मिलता है। तो ऐसे लोगों को इसी योजना में अपने पैसे निवेश करने चाहिए।