आईफोन को लेकर एप्पल कंपनी ने बोला सबसे बड़ा झूठ इसके चलते कंपनी पर 88 करोड़ अर्थात 10 मिलियन डॉलर का जुर्माना लगा है एप्पल कंपनी को इस झूठ ने काफी दिक्कत में डाल दिया है।
आइए जानते हैं क्या हैं यह झूठ
एप्पल कंपनी पर क्यों लगा है झूठ बोलने का आरोप
कंपनी ने आईफोन मॉडल को वाटर प्रतिरोध होने का जहां दावा किया है वहीं इसका खूब प्रचार-प्रसार भी किया। कंपनी द्वारा किये गये दावे में फोन पानी से खराब नहीं हो सकता, जहां कंपनी ने इस फीचर के बारे में जानकारी दी वहीं लोगों ने विश्वास करके इस आईफोन को खरीदा और जब फोन पर कोई तरल चीज गिरी तो फोन खराब हो गया इस बात से आईफोन के ग्राहक एप्पल कंपनी से बहुत नाराज हैं इन्होंने एप्पल कंपनी पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है।
यह पहली बार नहीं है जब एप्पल कंपनी को ₹880000000 का जुर्माना भरना पड़ा हो ऐसा एप्पल कंपनी ने के साथ 2016 मैं भी हो चुका है।
सन 2016 में एप्पल कंपनी पर 113 मिलियन डॉलर का जुर्माना लगा अर्थात 8.3 अरब की राशि एप्पल कंपनी को जुर्माने के तौर पर भरनी पड़ी यह जुर्माना इसलिए लगाया गया क्योंकि एप्पल कंपनी द्वारा एप्पल कंपनी के आईफोन स्लो किए गए थे इसमें आईफोन की सीरीज में आईफोन 6S ,आईफोन 6, आईफोन 6 प्लस, आईफोन 7, आईफोन 7 प्लस इन सारे फोनों की कार्य करने की क्षमता को एप्पल कंपनी ने अपडेट के माध्यम से स्लो कर दिया था। और जुर्माना भरने के बाद इसके पीछे का स्पष्टीकरण यह दिया कि
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' हम फोन की बैटरी को सेफ रखना चाहते थे इसलिए अपडेट के जरिए आईफोन को स्लो कर दिया गया यह ग्राहकों की सुरक्षा से ही संबंधित था'
वर्तमान में लगे 88 करोड़ रुपए के जुर्माने पर एप्पल कंपनी का स्पष्टीकरण
10 मिलियन डॉलर अर्थात ₹880000000 का जो यह जुर्माना एप्पल कंपनी पर लगा है इस पर कंपनी ने अभी तक अपनी चुप्पी नहीं तोड़ी है। अब देखना यह होगा कि क्या एप्पल कंपनी आगे भी ऐसे ही झूठों के सहारा लेते हुए अपने ब्रांड का प्रचार- प्रसार करती है या जुर्माने से सबक लेकर आगे अपने प्रोडक्ट्स के बारे में सही- सही जानकारी ग्राहकों तक प्रेषित करती है।