सर्च इंजन गूगल ने प्ले स्टोर पर इंस्टेंट लोन देने वाली ऐप्स की समीक्षा करने के बाद इनमें से ढेर सारे ऐप्स को प्ले स्टोर से बिना किसी पूर्व जानकारी के बाहर कर दिया है। गूगल ने यह बड़ा फैसला इसलिए लिया है क्योंकि हाल के कई दिनों से इन एप्स के खिलाफ यूजर्स की परेशानियां बढ़ती जा रहीं थीं और कई लोग तो आत्महत्या जैसे बड़े कदम को उठाने के लिए भी मजबूर हो गये थे। इन लोन देने वाले ऐप्स पर यह आरोप लगाया जा रहा था कि यह ठीक प्रकार से कानूनों के दायरे में रहकर अपना कार्य नहीं कर रहे हैं और मनमाने ढंग से ग्राहकों को परेशान कर रहे हैं। अब यह हाल हुआ है कि गूगल ने इनकी समीक्षा करने के बाद इन्हें अपने डाउनलोडिंग प्लेटफार्म से हटा दिया है।
कई ऐप्स प्ले स्टोर से हटाए गए (Quick Loan Apps are Removed from Google Play Store)
वैसे तो गूगल कंपनी अपनी पॉलिसी और अपने यूजर्स का ध्यान अच्छी प्रकार से रखती है और यूजर्स को किसी भी तरह का नुकसान पहुंचाने और झूठ का इस्तेमाल करने वाले ऐप्स को तुरंत ही अपने प्लेटफार्म से हटा देती है। इसी कारण अब कंपनी द्वारा तुरंत लोन देने वाले कई ऐप्स के खिलाफ एक बड़ी कार्यवाही की गई है और उन्हें अपने प्लेटफॉर्म प्ले स्टोर से हटा दिया गया है।
हालांकि गूगल ने अभी तक यह नहीं बताया है कि उसने कौन-कौन से ऐप्स को प्ले स्टोर से हटाया है परंतु टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार गूगल द्वारा 10 दिनों के अंदर ही 118 ऐप्स को प्ले स्टोर से रिमूव कर दिया गया है।
एक अन्य जानकारी के मुताबिक यह बताया जा रहा है कि इनमें 10 मिनट लोन और एक्स मनी जैसे ऐप्स मौजूद थे। दरअसल इन ऐप्स के खिलाफ कई सरकारी एजेंसियों तथा ऐसे लोगों द्वारा रिपोर्ट की गई थी जो कि इन ऐप्स का यूज करने के बाद कई तरह की परेशानियों का शिकार हो रहे थे।
इसके बाद लगभग 30 लोन देने वाली ऐप्स से जुड़े सभी खातों को भी सीज कर दिया गया है। इनमें 400 करोड़ से अधिक की रकम शेष थी और इन ऐप्स पर ग्राहकों को धोखा देने और हानि पहुंचाने जैसे बड़े आरोप लगे हैं।
पूरा मामला क्या है (Why did Google Remove Quick Loan Apps from Playstore)
कई सारे ऐप्स ऐसे होते हैं जो बहुत ही कम समय में यूजर्स को लोन प्रदान करते हैं। इन ऐप्स की सहायता से बिना बैंक गए और बिना किसी कागजी कार्यवाही के लोन आसानी से कुछ ही समय में मिल जाता है, परंतु यह लोन देने वाले ऐप्स अब अपनी मनमानी पर उतर आए थे तथा नियमों और कानूनों का पालन नहीं कर रहे थे।
दरअसल ग्राहकों को लोन की रकम को वापस करने के लिए कम से कम 60 दिन का वक्त देना होता है, लेकिन ये ऐप्स यूजर्स को लोन वापस करने के लिए बहुत ही कम समय प्रदान कर रहे थे। इनमें से तो कई ऐप्स ऐसे थे जो 30 दिन का वक्त तो कई 7 दिन का वक्त ग्राहकों को लोन की रकम वापस करने के लिए देते थे।
लोन लेने के बाद ये ऐप्स ढेर सारी प्रोसेसिंग फीस के साथ कई गुना ब्याज लगाते थे और कुछ दिनों के भीतर ही एजेंट की सहायता से ग्राहकों को धमकाकर रकम को वसूल किया करते थे। इस कारण परेशान होकर कई सारे यूजर्स ने आत्महत्या तक कर ली थी।
इसके बाद गूगल ने इन सभी ऐप्स का रिव्यू किया और बिना किसी सूचना या जानकारी के इन्हें प्ले स्टोर से रिमूव कर दिया गया। जिन बाकी बचे हुए ऐप्स को गूगल द्वारा रिमूव नहीं किया गया है, उन ऐप्स के डेवलपर्स से गूगल द्वारा यह विशेष रूप से कहा गया है कि वे किस तरीके से स्थानीय कानूनों और नियमों का पालन कर रहे हैं, उसे दर्शाएं या दूसरे तरीके से प्रस्तुत करें। यदि वे ऐसा नहीं करते हैं और नियमों का पालन नहीं करते हैं, तो उन ऐप्स को भी बिना किसी सूचना के प्ले स्टोर से बाहर कर दिया जाएगा।
गूगल की तरफ से ब्लॉग में दी गई जानकारी
गूगल की तरफ से यह जानकारी दी गई है कि उन्होंने कई संख्या में इंसटेंट और पर्सनल लोन देने वाले ऐप्स का रिव्यू किया है और जो भी ऐप्स प्रयोगकर्ताओं की सुरक्षा पॉलिसी का उल्लंघन कर रहे थे और प्रयोग कर्ताओं द्वारा फ्लैग किए गए थे, उन्हें प्ले स्टोर से तुरंत ही रिमूव कर दिया गया है।
गूगल द्वारा यह भी बताया गया है कि अब इस मामले से जुड़ी आगे की पूरी जांच सरकारी एजेंसियों द्वारा सहयोग के आधार पर की जाएगी।