Health Benefits of Brown Sugar in Hindi
हेल्थ

जाने सेहत के लिए कितनी फायदेमन्द है ब्राउन शुगर ,डाइट में करें शामिल

आजकल की व्यस्त लाइफस्टाइल के कारण लोगों के खानपान पर भी इसका प्रभाव देखने को मिल रहा है। जहां एक और लोग पूरे दिन भर काम की वजह से थकावट महसूस करते हैं, वहीं दूसरी ओर उनका खान-पान भी अब पौष्टिक नहीं है। इससे उनकी सेहत पर खासा असर देखने को मिलता है। हालांकि अब लोग धीरे-धीरे अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत हो रहे हैं और इस बात को बेहद अच्छे ढंग से समझने का प्रयास कर रहे हैं कि उनके खाने में किन पोषक तत्वों को शामिल होना चाहिए और किस चीज की कमी से उनकी शारीरिक सेहत पर प्रभाव पड़ रहा है।

अपने खाने में काफी सारी चीजों को लेकर लोग अब सजग हो रहे हैं। इसमें सबसे अधिक शुगर को लेकर सावधानी लोगों में देखी जा रही है। क्योंकि आजकल डायबिटीज जैसी समस्या हर तीसरे व्यक्ति को होती दिख रही है, जिस वजह से लोग अपने शुगर पर कंट्रोल करना भी सीख रहे हैं। ऐसे मामलों में सफेद चीनी की जगह ब्राउन शुगर फायदेमंद हो सकती है। क्या आप जानते हैं ब्राउन शुगर है क्या? आइए इस लेख के माध्यम से ब्राउन शुगर और उससे होने वाले फायदों के बारे में जानते हैं।


क्या होती है ब्राउन शुगर 


ब्राउन शुगर को हिंदी में भूरी चीनी कहा जा सकता है। यह सफेद चीनी की ही भांति गन्ने से निर्मित की जाती है। हालांकि सफेद या रिफाइंड चीनी गन्ने के जूस का प्रमुख प्रोडक्ट होता है, परंतु सफेद चीनी बनने के समय गन्ने के जूस से कई अन्य उत्पाद भी मिलते हैं। इनमें से ही एक मुख्य प्रोडक्ट है ब्राउन शुगर। इस पूरी प्रक्रिया में जो भी ब्राउन शुगर प्राप्त होती है वह अनरिफाइंड ब्राउन शुगर कहलाती है। इसके अलावा इसका एक और प्रकार होता है जिसे रिफाइंड ब्राउन शुगर कहते हैं। ब्राउन शुगर वाइट शुगर से पोषक तत्वों तथा निर्मित होने के मामले में भिन्न है।

पोषक तत्वों की बात की जाए तो सामान्य शुगर के मुकाबले ब्राउन शुगर में काफी अधिक मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें कम कैलोरी होने के साथ-साथ आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम जैसे खनिजों की मात्रा अधिकतम होती है। इस वजह से ही इसे सफेद चीनी के मुकाबले अधिक लाभकारी माना जाता है। देखा जाए तो बनने के मामले में भी ब्राउन शुगर सफेद शुगर से अलग होती है। क्योंकि सफेद चीनी को बनाने के लिए गन्ने के रस को साफ करके उसका गर्म गाढ़ा घोल बनाया जाता है और उसके बाद ही उसे सफेद चीनी में उतारा जाता है। जबकि ब्राउन शुगर इन सभी प्रक्रियाओं से होकर नहीं गुजरता और दो प्रकार के प्रमुख उत्पादों में मिलता है। इन्हें रिफाइंड शुगर और अनरिफाइंड शुगर के नाम से जाना जाता है।


अनरिफाइंड और रिफाइंड ब्राउन शुगर में अंतर


अनरिफाइंड तथा रिफाइंड ब्राउन शुगर में बहुत ही छोटा सा अंतर है। अनरिफाइंड ब्राउन शुगर वह शुगर होती है जिसमें प्राकृतिक रूप से गुड़ मिला हुआ होता है। इसका रंग भूरा होता है और यह अलग स्वाद को प्रदर्शित करता है। क्योंकि यह शुगर कई प्रकार की रासायनिक प्रक्रियाओं से होकर जाता है इस वजह से इसकी रासायनिक बनावट भी अलग है। इसमें लगभग सभी मूल पोषक तत्व विद्यमान होते हैं। दूसरी ओर रिफाइंड ब्राउन शुगर मुख्य रूप से सामान्य चीनी ही होती है। इस चीनी को गुड़ के साथ कंबाइन करके कई अन्य प्रक्रियाओं से गुजारा जाता है। इसके बाद ही रिफाइंड ब्राउन शुगर प्राप्त होती है।यह रंग के मामले में हल्के भूरे रंग की दिखती है तथा स्वाद में भिन्न होती है।


ब्राउन शुगर के लाभ


अस्थमा के मरीजों को मिलता है फायदा


ब्राउन शुगर की सहायता से अस्थमा के मरीजों को काफी सहायता मिलती है। इसमें एंटी एलर्जिक तत्व पाए जाते हैं जिस कारण यह अस्थमा जैसी बीमारी को दूर रखने में मदद करती है। अस्थमा के मरीजों को होने वाली परेशानी से निजात दिलाने में भी ब्राउन शुगर काफी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। इसके लिए एक गिलास गर्म पानी में एक छोटा सा चम्मच ब्राउन शुगर घोलकर पीएं। इससे अस्थमा के लक्षणों पर प्रभाव पड़ता है और धीरे-धीरे परेशानी कम होने लगती है।


सर्दी जुकाम मैं है लाभकारी


सर्दी जुकाम होना वैसे तो आम बात है परंतु अधिक सर्दी जुकाम के कारण कई सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इन समस्याओं से निपटने में ब्राउन शुगर काफी मदद करती है। विशेषज्ञों के अनुसार बच्चों को भी ब्राउन शुगर का सेवन अवश्य करना चाहिए। इससे उनकी कई परेशानियों का हल हो जाता है। ब्राउन शुगर के इस्तेमाल के लिए एक गिलास गर्म पानी में अदरक के कुछ टुकड़े मिलाकर आधा चम्मच ब्राउन शुगर घोलकर मिश्रण तैयार करें। इस मिश्रण का  दिन में एक से दो बार इस्तेमाल करने से सर्दी जुकाम जैसी समस्या से छुटकारा मिल सकता है।


वजन कम करने में है मददगार


आजकल काफी फास्ट फूड और गलत लाइफस्टाइल के चलते लोगों का वजन बढ़ जाता है। अक्सर कई लोग इस बढ़ते हुए वजन को लेकर परेशान रहते हैं। इससे उन्हें मानसिक तनाव भी होने लगता है। ऐसे समय में ब्राउन शुगर के प्रयोग से काफी आसानी से बढ़े हुए वजन को कंट्रोल में किया जा सकता है। ब्राउन शुगर में काफी कम कैलोरी पाई जाती है। इसका सेवन वजन कम करने में सहायता करता है। इससे व्यक्ति को भूख कम लगती है और बार-बार खाने की आदत से भी छुटकारा मिलता है, जिससे वजन पर नियंत्रण होना संभव है।


त्वचा की करें देखभाल


ब्राउन शुगर त्वचा के लिए भी काफी फायदेमंद माना जाता है। खासकर गर्मियों के मौसम में त्वचा संबंधी कई सारी परेशानियां दिखाई देती हैं। जैसे मुहांसों का होना, ऑयली त्वचा का होना, अधिक पसीना होना आदि। इन समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए ब्राउन शुगर एक अच्छा उपचार हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार ब्राउन शुगर में कई एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। इसके अलावा ब्राउन शुगर को स्क्रब के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए ग्लाइकोलिक एसिड तथा जैतून के तेल को एक साथ मिलाकर इसमें ब्राउन शुगर ऐड करें। इसके बाद इसे स्क्रब के रूप में प्रयोग करें। यह त्वचा को मुलायम करने के साथ-साथ काफी अच्छे से पोषित भी करता है। ब्राउन शुगर एंटी एजिंग तत्वों से भरपूर है। इसलिए इसे एंटी एजिंग क्रीम में भी इस्तेमाल किया जाता है।


पीरियड्स में पहुंचाता है लाभ


कई बार महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इन दिक्कतों की वजह से उन्हें शारीरिक और मानसिक तनाव झेलना पड़ता है। ऐसे समय में ब्राउन शुगर एक बेहतरीन उपचार के रूप में काम आ सकती है। दरअसल ब्राउन शुगर में गुड शामिल होता है और गुड़ में महत्वपूर्ण पोषक तत्व पोटेशियम पाया जाता है, जो मांसपेशियों को आराम पहुंचाने में सहायता करता है। मासिक धर्म के दौरान गर्भाशय की मांसपेशियां सिकुड़ जाती हैं जिस वजह से महिलाओं को मांसपेशियों में ऐंठन और खिंचाव महसूस होता है। इस समस्या से निजात पाने के लिए ब्राउन शुगर का इस्तेमाल फायदेमंद हो सकता है। ब्राउन शुगर को अदरक की चाय में डालकर पीने से लाभ पहुंचता है।


पाचन तंत्र को रखे स्वस्थ


ब्राउन शुगर स्वस्थ त्वचा के साथ-साथ पाचन तंत्र को भी बेहतर रखने में मदद करता है। आजकल के खानपान में गड़बड़ी के चलते लोगों को पेट दर्द तथा गैस जैसी समस्याएं होने लगती हैं। इन समस्याओं से निजात पाने के लिए ब्राउन शुगर एक बेहतरीन दवाई के रूप में प्रयोग की जा सकती है। ब्राउन शुगर को एक गिलास गुनगुने पानी में डालकर उसका घोल तैयार करें। इसका निरंतर सेवन करने से पेट दर्द, गैस तथा कब्ज जैसी समस्याओं में राहत मिलती है और पेट से जुड़ी लगभग हर परेशानी दूर हो सकती है।


कम समय में मिलती है ऊर्जा


ब्राउन शुगर के प्रयोग से कम समय में काफी मात्रा में ऊर्जा मिल सकती है और यह शरीर को मजबूती देने का कार्य भी करती है। हालांकि यह उर्जा कम समय में ही खत्म हो जाती है परंतु इंस्टेंट एनर्जी के लिए इसका प्रयोग फायदेमंद हो सकता है।


गर्भवती महिलाओं के लिए है फायदेमंद


ब्राउन शुगर को गर्भवती महिलाओं के लिए भी लाभकारी माना जाता है। क्योंकि प्रसव के बाद महिलाओं को स्वस्थ होने में काफी वक्त लग जाता है। ऐसे समय में ब्राउन शुगर का सेवन करना उनके लिए फायदेमंद हो सकता है। इससे उन्हें तेजी से ठीक होने में सहायता मिलती है। इसके अलावा ब्राउन शुगर गर्भ अवस्था में होने वाली ऐंठन से भी  निजात दिलाती है।

डिस्क्लेमर: यह टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं, इन्हे किसी डॉक्टर या फिर स्वस्थ्य स्पेशलिस्ट की सलाह के तौर पर न लें, बिमारी या किसी संक्रमण की स्थिति में डॉक्टर की सलाह से ही अपना इलाज करवाएं।

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