इम्यूनिटी के महत्व को यदि लोगों ने समझा तो वह समझा कोरोना महामारी के बाद। देश में कोरोना की पहली लहर के बाद अब दूसरी लहर कहर बरपा रही है हालांकि अब यह रफ्तार धीमी पड़ चुकी है लेकिन वायरस का संकट है अभी भी बरकरार है। कोरोना को हराने के लिए व्यक्ति के इम्यून सिस्टम को मजबूत होना बेहद जरूरी है। पिछले वर्ष महामारी की शुरुआत में लोगों ने इम्यूनिटी की ओर कुछ खास ध्यान नहीं दिया परंतु जब वायरस कहर भरपाने लगा तो विशेषज्ञों ने बताया कि इस वायरस से लड़ने की क्षमता उसी व्यक्ति में है जिसका इम्यून सिस्टम मजबूत होगा और साथ ही डॉक्टरों ने इम्यूनिटी को बढ़ाने का सुझाव दिया। सुझाव और सलाह के बाद लोगों ने अपनी डाइट में इम्यूनिटी बूस्टर के तौर पर कई खान-पान शामिल किए जिससे कि उन्हें लाभ मिल सके लेकिन शायद बहुत कम लोग ऐसे होंगे जिन्होंने इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए काली मिर्च का इस्तेमाल किया होगा। हालांकि हर भारतीय के घर में काली मिर्च का प्रयोग जरूर होता है लेकिन बहुत कम लोगों ने इस मसाले का बेहद प्रभावशाली ढंग से इस्तेमाल किया होगा।
भारतीय मसालों में सबसे ज्यादा प्रचलित है काली मिर्च। काली मिर्च संस्कृत के पिपली शब्द से अस्तित्व में आया जिसका प्रयोग भारतीय आयुर्वेद में प्राचीन समय से किया जा रहा है। भारत में काली मिर्च का उत्पादन सबसे ज्यादा केरल, कर्नाटक और गोवा राज्य में किया जाता है जहां से यह विदेशों को निर्यात किया जाता है। काली मिर्च में कुछ महत्वपूर्ण बायोटिक कंपोनेंट्स होते हैं जो स्वस्थ्य शरीर और सेहत के लिए लाभदायक होता है। इसमें मौजूद पिपरीन इसके मजबूत टेस्ट की वजह होता है जो हमारी इम्यूनिटी को बूस्ट करने में प्रभावी होता है। यह एक तरह का एंटीऑक्सीडेंट है जो हड्डियों, हृदय और न्यूरॉन संबंधी कई क्रॉनिक बीमारियों को दूर करता है। वैसे काली मिर्च का प्रयोग हमारे भोजन में जरूर होता है लेकिन कैसे इसका इस्तेमाल अपनी डेली डाइट में करें इस बात को लेकर चर्चा करते हैं।
1. काढ़े के रूप में
कोरोना महामारी में इम्यूनिटी बूस्टर के तौर पर यदि किसी चीज का ज्यादा इस्तेमाल हुआ तो वह है काड़ा। काढ़े का महत्व हम सभी जानते हैं और काली मिर्च का काड़ा मानसून के दौरान हमें कई संक्रमण से सुरक्षित रखता है जो कि हमारी इम्यूनिटी बढ़ाने में कारगर साबित होता है।
कैसे बनाएं
काढ़े बनाने की पूरी प्रोसेस आपके सामने रखी जाएगी।
गैस में एक कप पानी उबालें और उसमें अदरक, लौंग, काली मिर्च और दालचीनी डालें। पानी के उबलने के बाद जब इसमें उबाल आए तो तुलसी के पत्तों को डाल दें। करीब 10 मिनट तक उबलने दें और फिर छान लें। अब आप अपने स्वाद के अनुसार इसमें शहद मिलाएं और इसका सेवन करें।
2. टोमेटो सूप का प्रयोग
टमाटर एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन सी, बीटा कैरोटीन से युक्त होता है जो व्यक्ति के लिए लाभदायक रहता है। जब व्यक्ति तनाव में होता है तो उसकी इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है। ऑक्सीडेंट तनाव को कम करता है और ऐसे में काली मिर्च को टमाटर सूप के साथ मिलाने से शरीर में गर्मी बढ़ेगी जिससे इम्यूनिटी में वृद्धि होती है।
कैसे बनाएं
सूप बनाने के लिए सबसे पहले पिसी हुई कालीमिर्च को टमाटर, अदरक और दालचीनी के साथ 400ml पानी में बाइल कर ले। बॉयल होने के बाद इसे ठंडा करें और मिक्सर में मैस कर दें। अब आप थोड़ा सा मक्खन गर्म करके उसमें लहसुन और कटे हुए प्याज को भून लें। प्याज और लहसुन भून जाने के बाद इसमें टमाटर मिक्सर डालें और स्वाद के मुताबिक नमक डाल दें। कुछ देर तक उबलने के उसमें थोड़ी सी कुटी हुई काली मिर्च डाल दें। अब आप इस गरमा गरम सूप को खुद भी पीए और दूसरों को भी पिलाएं।
3. काली मिर्च की चाय
बॉडी में अनेक रासायनिक अभिक्रिया चलती रहती है। शरीर के रेगुलर वर्क करने के लिए जरूरी है कि मेटाबॉलिज्म को भी बूस्ट मिलता रहे। काली मिर्च मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने के काफी काम आता है साथ ही यह हमारे वेट लॉस में भी हेल्पफुल होता है। ऐसे में जरूरी है कि सुबह की ताजा चाय की शुरुआत में इसका प्रयोग किया जाए, इससे शरीर को काफी लाभ होगा।
कैसे बनाएं
दो कप पानी उबालें और उसमें चार से पांच काली मिर्च और अदरक डालें। जब यह उबलने लग जाए तो इसमें नींबू का रस डाल दें और हीट को बंद कर ले। 5 मिनट तक ढक कर रखने के बाद चाय को फिल्टर करके सर्व करें।अपने स्वाद अनुसार इसमें शहद का सेवन कर लें।
4. सलाद के तौर पर
हमारे भोजन में सलाद का अहम रोल होता है। आप सुबह के समय टमाटर, काले चने, खीरा, पनीर आदि का सलाद बनाएं और उस पर काली मिर्च डालकर खाएं। स्वाद के मामले में तो है ही यह बेहतर साथ ही यह स्वास्थ्य के मामले में भी रामबाण है। आप अंडे में भी काली मिर्च का प्रयोग कर सकते हैं।