कोरोना के इस नाजुक दौर में विभिन्न लोगों के साथ-साथ विद्यार्थियों को भी प्रोफेशनल और पर्सनल कौशलों को विकसित करने के लिए कई तरह से सहायता प्रदान की जा रही है। इसी दौर के चलते वार्षिक वैश्विक कार्यक्रम 'संगम 2020' के अंतर्गत कुछ क्लासेज फ्री में दिए जा रहे हैं। IIT Madras
आजकल विश्वभर में कोरोनावायरस जैसी महामारी ने आतंक का माहौल बनाया हुआ है। ऐसे समय में दुनिया भर के लोगों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना से हुए नुकसान की भरपाई करने के लिए, इस संकट से उबरने तथा विभिन्न कार्यरत, प्रोफेशनल लोगों और विद्यार्थियों की मदद करने के लिए इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मद्रास के पूर्व छात्रों के द्वारा 'मास्टर क्लास' सीरीज को लॉन्च किया गया है। यह क्लासेज निशुल्क प्रदान की जा रही हैं, जो कि एल्यूमिनी एसोसिएशन के वार्षिक फ्लैगशिप ग्लोबल इवेंट 'संगम 2020' के अंतर्गत दी जा रही हैं। इस इवेंट का आयोजन वर्चुअल तरीके से 1 दिसंबर से 6 दिसंबर 2020 तक किया जाएगा।
क्या है इन क्लासेज में खास
दरअसल IIT Madras के मुताबिक यह क्लासेज 'ड्राइविंग द न्यू नॉर्मल' की थीम पर आधारित है। इनके जरिए सरकारी, बिज़नेस करने वाले लोगों को कोरोनावायरस जैसे भयावह संकट से उभरकर उसे अवसर में बदलने का मौका प्रदान किया जाता है। दरअसल इनके अंतर्गत यह बताने का प्रयत्न किया गया है कि जो भी महामारी का यह दौर सामने आया है, जिसमें सभी चीजें ठप पडी हुई हैं, चाहे वह बिजनेस हो या व्यक्ति की खुद की सेहत, इस बिजनेस व स्वयं को किसी भी तरह से एक अवसर के रूप में विकसित किया जा सके, इसके लिए यह क्लासेस दी जा रही हैं। सिर्फ यही नहीं बल्कि एल्यूमिनी एसोसिएशन की ओर से भारत और विदेश में केंद्र सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के साथ मिलकर सर्वे किया जा रहा है। जिसमें यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि विज्ञान और तकनीकी की सहायता से किस तरह से सामान्य हालात में आया जा सके।
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नई स्किल्स सीखने में करेंगी मदद
अब यह बात सामने आती है कि यह मास्टरक्लास किस तरह से काम करेगा और इससे कैसे बिना नुकसान के सभी को फायदा हो सकता है?
इसके लिए IIT Madras एल्यूमिनी एसोसिएशन के उपाध्यक्ष कृष्णा नारायण का कहना है कि -"संगम 2020 न्यू नॉर्मल की दिशा में बढ़ने के बारे में है। इस संदर्भ में हमने आईआईटी मद्रास के पूर्व छात्रों के फीडबैक के आधार पर मास्टरक्लास को सावधानीपूर्वक चुना है। महामारी में हमारे रोजमर्रा के जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ा है और क्लासेस इन प्रभावों से निपटने के लिए नई स्किल्स के बारे में हमें बताती है।
कृष्णा नारायण 'संगम 2020' के कोआर्डिनेटर भी हैं इसीलिए उनके द्वारा बताया गया है कि इस मास्टरक्लास को फेसबुक के आधार पर ही तैयार किया गया है। इसमें कोरोना की वजह से जो भी समस्याएं हुई हैं और जनजीवन प्रभावित हुआ है, उससे निपटने तथा उसकी चुनौतियों का सामना करने और आगे बढ़ने के बारे में बताया गया है।
आर्थिक हालात सुधारने में होगी मदद
गौरतलब है कि 'संगम 2020' के सह समन्वयक प्रोफेसर सीएम रामाकृष्णन ने बताया है-"संगम 2020 में किया जाने वाला सर्वे देश के विकास में कई तरह से मदद करेगा और अपनी एक विशेष भूमिका निभाएगा।
दरअसल सर्वे में विज्ञान एवं तकनीकी को लेकर विश्व भर में कई बातें सामने आई हैं जो लगभग एक जैसी हैं। लेकिन भारत में इस सर्वे से कई नई तरह की जानकारियां सामने आने की संभावना जताई जा रही है। जिससे देश को आर्थिक हालात सुधारने में मदद मिलेगी और आर्थिक हालात सुधरने से कोरोना महामारी से प्रभावित कई लोगों को राहत मिलेगी। IIT Madras
बातचीत के बाद किया गया तैयार
बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं सांसद डॉ विनय सहस्त्रबुद्धे, केंद्र सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रोफेसर के विजयराघवन, इंफोसिस के कोफाउंडर कृष्ण गोपाल कृष्णन, यूके कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के सर मार्ग वेलैंड, तकनीकी विश्वविद्यालय सिंगापुर के अध्यक्ष प्रोफेसर सुरेश एवं जोहो कॉरपोरेशन के सीईओ व संस्थापक श्रीधर वैंबू से बातचीत करने के बाद रिपोर्ट को तैयार किया गया है तथा इस मास्टर क्लास का निर्णय लिया गया है और उसे लॉन्च किया गया है।