'5G' (5G Network) मोबाइल फोन वायरलेस सेवा की पांचवी पीढ़ी है। जिसकी स्पीड 4-5 गीगाबाइट पर सेकंड होती है। रिपोर्ट के मुताबिक साल 2026 तक भारत में करीब 35 करोड़ लोगों के पास 5G कनेक्टिविटी होगी अगर साल 2021 की शुरुआत में भारत में 5G स्पेक्ट्रम नीलामी की प्रक्रिया शुरू हो जाती है तो भारत को उसका पहला 5G कनेक्शन 2021 में मिल सकता है।
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रिपोर्ट के मुताबिक साल 2026 तक दुनिया में 10 में से 4 स्मार्टफोन में 5G कनेक्टिविटी होगी। वही साल 2020 के आखिरी तक करीब 100 करोड़ से ज्यादा लोगों के पास 5G कवरेज एक्सेस होगा।
भारत की मौजूदा जनसंख्या 135 करोड़ है जिसके आधार पर कहा जा सकता है कि 6 साल बाद भी हालात बदलने वाले नहीं है 6 साल बाद भी भारत का LTE नेटवर्क पर कब्जा बरकरार रहेगा तब तक 63 फीसदी यूजर्स को LTE नेटवर्क से ही काम चलाना होगा लेकिन इन 6 वर्षों के दौरान इंटरनेट की खपत में काफी बढ़ोतरी हो जाएगी।
रिपोर्ट के मुताबिक भारत में प्रतिमाह स्मार्टफोन उपयोगकर्ता औसत ट्रैफिक 15.7 जीबी है जो दुनिया में सबसे अधिक है दुनिया भर में 5G इंफ्रास्ट्रक्चर के तेजी से हो रहे विस्तार के कारण यह उम्मीद जताई जा रही है कि साल 2026 तक ग्लोबली करीब 3.5 बिलियन यानी 350 करोड़ों लोगों के पास 5G कनेक्शन पहुंच जाएगा और 2026 तक भारत में स्मार्टफोन यूजर्स में से 27 फीसदी लोगों के पास 5G सब्सक्रिप्शन होगा।