WhatsApp के को-फाउंडर ब्रायन एक्टर ने वर्ष 2014 में सिग्नल फाउंडेशन की स्थापना की। वर्ष 2017 में उन्होंने इस Signal Messeging App में करीब 50 मिलियन डॉलर का इन्वेस्ट किया था। सिग्नल एप तब सुर्खियों में आया जब व्हाट्सएप की नई प्राइवेसी पॉलिसी की घोषणा हुई थी। यह प्राइवेसी पॉलिसी 8 फरवरी के बाद लागू होने वाली थी जिसे फिलहाल 3 महीने तक के लिए टाल दिया गया है। व्हाट्सएप सहित अन्य दूसरे एप्स की तुलना में सिग्नल मैसेजिंग ऐप को काफी सुरक्षित माना जा रहा है जिसके चलते लोगों ने इसे चुना। अचानक सुर्खियों में आए इस Signal Messeging App के बारे में जानते हैं और अधिक जानकारी -
क्या है Signal App (What is Signal App)
व्हाट्सएप की तरह ही सिग्नल ऐप भी मल्टीमीडिया मैसेजिंग ऐप है जिसे आप आईओएस, विंडोज, मैक और एंड्रॉयड डिवाइस में उपयोग कर सकते हैं। सिग्नल ऐप का स्वामित्व सिग्नल फाउंडेशन और सिग्नल मैसेंजर एलएलसी के पास है जो कि एक non-profit कंपनी है। नॉनप्रॉफिट होने की वजह से यह ऐप किसी भी प्रकार की सर्विस नहीं बेचता है। लेकिन एप्लीकेशन के अंदर डोनेशन का ऑप्शन मौजूद है जिससे यूजर्स अपनी इच्छा से डोनेट कर सकते हैं।
जानिए कितना है सिक्योर (How Signal App is Secure)
व्हाट्सएप के को-फाउंडर रहे ब्रायन एक्टन ने पहले ही सिग्नल ऐप के प्राइवेसी और सिक्योरिटी की प्रशंसा की है। यही नहीं बल्कि अमेरिका के खुफिया जानकारी लीक करने वाले जाने-माने व्यक्ति विह्स लबलोवर एडवर्ड स्नोडन ने भी सिग्नल ऐप को अन्य एप्स की तुलना में बेहद सुरक्षित बताया है।
इसकी सुरक्षा का सबसे खास दावा यह किया जा रहा है कि सिग्नल ऐप आपकी चैटिंग या डाटा का एक भी हिस्सा अपने सर्वर पर स्टोर नहीं करता है। आपकी चैटिंग हिस्ट्री आपके फोन में ही रहती है और यदि आपका फोन खराब हो जाता या खो जाता है तो आपकी चैटिंग भी नष्ट हो जाएगी।
सिग्नल ऐप की खास बात ( Special Features of Signal App)
यह ऐप अन्य कंपनी के साथ आपके डाटा को शेयर नहीं करता है। एप्पल ऐप स्टोर पर सिग्नल ऐप के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, यह एप यूजर्स से मोबाइल नंबर के अलावा कोई भी अन्य जानकारी नहीं लेता है, जिससे वह आपके पहचान को उजागर नहीं करने का दावा करता है।
कहां से आया सिग्नल ऐप
Signal Messenging Application एक अमेरिकन कंपनी LLC का प्रोडक्ट है जिससे यह कहा जा सकता है कि सिग्नल एक अमेरिकन ऐप है।