21 जुलाई का दिन भारत के साथ-साथ विश्व के इतिहास के लिए भी महत्वपूर्ण दिन माना जाता है क्योंकि आज के दिन ही श्रीलंका को या यूं कहें कि दुनिया को पहली महिला प्रधानमंत्री तथा भारत को पहली महिला राष्ट्रपति मिली थी।
दुनिया की पहली महिला प्रधानमंत्री
विश्व भर की राजनीति के लिए 21 जुलाई का दिन बहुत ही खास माना जाता है क्योंकि आज से लगभग 60 साल पहले 21 जुलाई 1960 को ही विश्व को पहली महिला प्रधानमंत्री श्री लंका कि प्रधानमंत्री के रूप में मिली थी श्रीमती सिरीभावो भंडारनायके। जो उस वक्त श्रीलंका की पहली महिला प्रमुख थी जो कि लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई थी। वे सरकार के मुखिया के पद पर बैठने वाली पहली महिला थी। दरअसल उन्हें पहले 'सीलोन' के नाम से जाना जाता था तथा उनके पति ने 1956 में ही देश के नेता का पदभार ग्रहण कर लिया था परंतु इसके 3 साल बाद ही उनकी हत्या कर दी गई, जो कि एक चरमपंथी बौद्ध पादरी द्वारा की गई। तब भंडार नायके ने अपने पति के नक्शे कदम पर चलते हुए 21 जुलाई को श्रीलंका जैसे देश के प्रधानमंत्री का पदभार ग्रहण किया। इसी तरह भारत में भी पहली महिला प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी 1966 में देश की प्रधानमंत्री बनी थी। 1977 तक उन्होंने अपने दायित्व का निर्वहन किया था। 1980 में एक बार फिर से वे चुनी गई।
भारत को मिली पहली महिला राष्ट्रपति
भारत के इतिहास में भी 21 जुलाई का दिन बहुत मायने रखता है। यह दिन महिलाओं के लिए खास तौर पर गर्व का क्षण था जो उनके लिए सशक्तिकरण लेकर आया था। आज से लगभग 13 साल पहले 21 जुलाई 2007 को देश को पहली महिला राष्ट्रपति के रूप में प्रतिभा देवी सिंह पाटिल मिली थी।अर्थात् प्रतिभा देवी सिंह पाटिल 2007 में भारत की 12वीं राष्ट्रपति बनी।
प्रतिभा देवी सिंह पाटिल का जन्म 19 दिसंबर 1934 को महाराष्ट्र के जलगांव जिले में हुआ था। उन्होंने जलगांव के ही कॉलेज से स्नातकोत्तर किया उस कॉलेज का नाम मूलजी जैठा कॉलेज है तथा प्रतिभा देवी सिंह द्वारा M.A. की डिग्री इसी कॉलेज से प्राप्त की गई। इसके बाद उन्होंने मुंबई के गवर्नमेंट लॉ कॉलेज से कानून की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने राजनीति में आने से पहले सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में कार्य किया तथा जब वे कॉलेज में थी तो M.A. के दौरान उन्होंने कॉलेज क्वीन के खिताब पर जीत हासिल की थी।
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उन्होंने 25 जुलाई 2007 को राष्ट्रपति के रूप में अपने शपथ ली। संसद के केंद्रीय कक्ष में मुख्य न्यायाधीश केजी बालाकृष्णन (जो कि भारत के पहले दलित मुख्य न्यायाधीश हैं) ने उन्हें राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई थी। प्रतिभा देवी सिंह ने अपने प्रतिद्वंदी भैरों सिंह शेखावत को लगभग 3 लाख से भी अधिक वोटों से मात दी थी। देखा जाए तो वे भारत की तेरहवीं राष्ट्रपति हैं परंतु उन्हें बारहवीं राष्ट्रपति (पद सम्भालने वालों में) इसलिए कहा जाता है क्योंकि राजेंद्र प्रसाद ने राष्ट्रपति पद पर अपने दो कार्यकाल पूरे किए थे।
प्रतिभा देवी सिंह पाटिल को अनेक पुरस्कार भी मिल चुके हैं। इनमें से विदेशियों को दिए जाने वाले मेक्सिको के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार आर्डेन मेक्सिकाना डेल एग्वेला एज्टेका (आर्डर ऑफ एज्टेक ईगल) महत्वपूर्ण है। प्रतिभा देवी सिंह पाटिल यह सम्मान पाने वाली वह भारत की दूसरी राष्ट्रपति हैं। पहली बार यह पुरस्कार राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन को दिया गया था।
इनके अलावा 21 जुलाई का दिन इतिहास के लिए और भी कारणों से महत्वपूर्ण है। उनमें से कुछ घटनाओं की जानकरी आपको इस लेख के माध्यम से दी जा रही है। Important Events In History
- 1883 भारत के पहले सार्वजनिक क्षेत्र की शुरुआत हुई जो कि कोलकाता में खोला गया।
- 1884 लार्डस के एक मैदान में क्रिकेट टेस्ट मैच खेला गया।
- 1888 ब्रिटेन के एक अविष्कारक ने जिनका नाम डनलप था टायर और ट्यूब तैयार किए इससे परिवहन आसान हो गया और साधनों की गति भी बढ़ गई।
- 1940 सोवियत संघ (रूस) एस्टोनिया लातविया और लिथुआनिया पर कब्जा कर लिया है।
- 1962 भारत और चीन के बीच सीमा पर युद्ध हुआ।
- 1963 काशी विद्यापीठ को बदलकर विश्वविद्यालय का दर्जा दिया गया।
- 1988 भारतीय राष्ट्रीय उपग्रह इनसेट-1C का सफल प्रक्षेपण किया गया।
- 2007 नेपाल का पहला राष्ट्रपति नेपाल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भारतीय मूल के राम बरन यादव को चुना गया।