देश के मध्यम और निम्न आय वर्ग के लोग अपने पैसे को बचाने के लिए कई रूपों में निवेश करते हैं। इनमें बैंकों या पोस्ट ऑफिस में निवेश की जाने वाली RD उनके लिए एक बढ़िया विकल्प होता है। RD यानी कि रिकरिंग डिपॉजिट यह एक बेहद सुरक्षित और बढ़िया निवेश का विकल्प है जिसे हर व्यक्ति अपने बैंक या पोस्ट ऑफिस में खाता खुलवा कर ले सकता है। इसकी खास बात यह है कि इस निवेश विकल्प में लोन की भी सुविधा उपलब्ध है। जानकारी के मुताबिक आपके अकाउंट में 50% की जमा राशि तक लोन लेने की सुविधा RD में होती है। आइए RD में मिलने वाली सुविधाओं और ब्याज के बारे में डिटेल में जानते हैं
इस प्रकार जमा किया जा सकता है पैसा
लगभग अधिकतर मध्यम और निम्न परिवार के लोग पोस्ट ऑफिस आरडी में निवेश करते हैं और इस योजना का लाभ उठाते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें की योजना के मुताबिक इसमें अकाउंट खुलवाना आवश्यक होता है। यह खाता आप कैश से या फिर चेक पेमेंट करके दोनों ही तरीकों से खुलवा सकते हैं। इसमें न्यूनतम राशि 100 रुपये प्रति महीने या फिर इससे अधिक 10 रुपये के गुणकों में जमा की जाती है। इस योजना के अनुसार यदि आपका अकाउंट किसी महीने के आरंभ के 15 दिनों में ही खुला है तो आपको हर महीने की 15 तारीख तक अपने इस खाते में रुपए जमा करने अनिवार्य होते हैं। दूसरी ओर यदि यह खाता महीने के बाद के दिनों यानी कि 15 दिनों के बाद खुला है तो आपको पूरे महीने की आखिरी तारीख तक रुपये जमा करने का समय मिलता है। इस तरह से देखा जाए तो RD जैसे निवेश में बहुत ही आसान तरीके से खाता खुलवाने के साथ हर महीने इसमें रुपए जमा कराए जा सकते हैं।
प्रीक्लोजर भी हो सकता है
प्रीक्लोजर यानी कि मेच्योरिटी पीरियड खत्म होने से पहले खाते का क्लोज या बंद हो जाना। जी हां! जानकारी के अनुसार RD जैसे निवेश में अकाउंट खोलने के 3 वर्षों बाद इसे मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने से पहले आपके द्वारा बंद किया जा सकता है। यदि आपका अकाउंट मच्योरिटी पीरियड समाप्त होने से पहले ही खाता बंद करने जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है तो भी पोस्ट ऑफिस द्वारा इस पर बचत खाता ब्याज दिया जाता है। इस प्रकार यदि आप RD के अपने खाते को बंद करवाते हैं तो भी आपको बचत खाता ब्याज जैसी राशि मिलती है जिससे इसमें जोखिम की संभावना कम हो जाती है।
RD से मिलने वाला ब्याज पूरी तरह से होता है कर योग्य
RD निवेश की खास बात है कि इसमें ब्याज त्रैमासिक चक्रवृद्धि की दर से लगाया जाता है। इस प्रकार के निवेश में लोगों द्वारा खाता खुलवा कर नियमित रूप से एक तय राशि को पोस्ट ऑफिस में जमा करना होता है। पोस्ट ऑफिस आरडी की योजना 5 साल की मेच्योरिटी पीरियड अवधि के साथ मिलती है। इसके अलावा योजना का लाभ उठाने के लिए न्यूनतम 100 रुपये प्रति माह या फिर 10 रुपये के गुणकों में किसी भी राशि से खाता खुलवा कर उसमें हर माह तय राशि जमा करानी आवश्यक होती है।
इस योजना के अनुसार खाता खुलवाने के लिए कोई एक व्यक्ति के अलावा एक संयुक्त खाता भी खोला जा सकता है। इसमें 3 वयस्क व्यक्तियों तक की सीमा निर्धारित होती है। इसके साथ-साथ यदि किसी नाबालिक का खाता खोलना हो तो उसकी ओर से अभिभावक अपने नाम पर खाता खुलवा सकता है। इसमें यदि नाबालिक की उम्र 10 साल के ऊपर है तो भी उसके अभिभावकों के नाम पर ही खाता खुलवाया जाएगा। पोस्ट ऑफिस आरडी में यदि किसी मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति का खाता खुलवाना हो तो उनकी ओर से भी उनके अभिभावक ही खाता खुलवा सकते हैं। इसके अलावा इस योजना की एक खासियत है कि इसमें कितने भी खाते खुलवाए जा सकते हैं।
लोन की मिलती है सुविधा
पोस्ट ऑफिस RD में निवेश करने पर लोन की सुविधा भी दी जाती है। दरअसल लोन लेने के लिए पहले खाते में 12 किस्तों को जमा करना आवश्यक होता है। इसके योजना में आपके अकाउंट में जमा राशि के 50% राशि तक ही लोन मिल सकता है। इस लोन का भुगतान एक साथ या फिर विभिन्न मासिक किस्तों में करने की सुविधा भी यहां उपलब्ध होती है। पोस्ट ऑफिस RD में मिलने वाले लोन पर 2% ब्याज दर+RD पर ब्याज दर होती है।
इसके अलावा बता दें कि निकासी की तारीख से पुनर्भुगतान की तारीख तक के समय में ही ब्याज की गणना की जाती है। यदि किसी भी व्यक्ति द्वारा मच्योरिटी पीरियड पूरा होने तक लोन का भुगतान पूरा नहीं किया जाता तो उसे लोन और ब्याज दोनों ही अपने आरडी अकाउंट की मैच्योरिटी वैल्यू से चुकाना पड़ेगा। इस प्रकार पोस्ट ऑफिस आरडी से लोन लेने के लिए पोस्ट ऑफिस में पासबुक के साथ-साथ लोन का आवेदन फॉर्म भरकर जमा करना आवश्यक होता है। इसके बाद ही आपको लोन मिल सकता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय डाक सेवा की ओर से जारी उनकी ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक अप्रैल माह से जून महीने की तिमाही के लिए पोस्ट ऑफिस आरडी स्कीम पर 5.8% की वार्षिक दर से ब्याज दिया जा रहा है। इसलिए जितना जल्दी हो सके इस स्कीम का फायदा अवश्य उठाएं।