कोरोना काल के चलते वैश्विक बाजारों में सोने की कीमतें आसमान को छू रही हैं । प्राचीन काल से ही अंतराष्ट्रीय बाजार में निवेश के लिए सोने को काफी भरोसेमंद विकल्प माना जाता है । वर्षों से लोग अपने बचत को सोने में निवेश करते हैं और निवेश के लिए सोने की ज्वैलरी को एक अच्छा माध्यम मानते आये हैं। लेकिन डिजिटलीकरण और टेक्नोलॉजी के इस युग में सोने में निवेश के और भी तरीके आ चुके हैं।
ज्वैलरी के अतिरिक्त भी सोने में निवेश करने के और भी कई विकल्प हैं । अपने इस लेख के माध्यम से आज हम आपको सोने में निवेश के तीन अतिरिक्त विकल्पों से अवगत कराएंगे जिससे आप आसान तरीके से निवेश कर बेहतर लाभ प्राप्त कर सकेंगे। Gold Investment
सॉवरेन गोल्ड बांड्स
फिजिकली सोने की खरीदारी कम करने के लिए आरबीआई ने सावरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम को लांच किया जिसे निवेशकों को ऑनलाइन या कैश से खरीदना होता है। और उसके बराबर का मूल्य सॉवरेन गोल्ड बांड आरबीआई द्वारा उन्हें जारी कर दिया जाता है सॉवरेन गोल्ड बांड में कम से कम 1 ग्राम सोने की खरीदारी की जा सकती है।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को फिजिकल गोल्ड बॉन्ड की तुलना में ज्यादा सुरक्षित माना जाता है। वहीं दूसरी ओर आप जब चाहें अपने सोने को जरूरत के हिसाब से बेच सकते हैं। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की जानकारी प्राप्त करने के लिए निवेशक SGB को सब्सक्राइब भी कर सकते हैं। अलॉटमेंट पर उन्हें गोल्ड बॉन्ड सर्टिफ़िकेट दिया जाता है।
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सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का मैच्योरिटी पीरियड
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस गोल्ड बॉन्ड का मेच्योरिटी पीरियड 8 साल का होता है लेकिन 5 साल बाद इसमें बाहर निकालने का विकल्प भी दिया जाता है।
क्या फायदे हैं सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के
सावरेन गोल्ड बॉन्ड में न्यूनतम 1 ग्राम सोने का निवेश किया जा सकता है जबकि आम आदमी के लिए इसकी अधिकतम निवेश सीमा 14 किलोग्राम है। हिंदू अविभाजित परिवार की बात की जाए तो इनके लिए 4 किलोग्राम तथा ट्रस्ट के निवेश की सीमा 20 किलोग्राम है। फायदे की बात की जाए तो सावरेन गोल्ड में सालाना 2.5 फीसदी का ब्याज मिलता है।
सावरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम के तहत ने निवेशक एक साल में ज्यादा से ज्यादा 400 ग्राम सोने के बांड खरीद सकते हैं। इस स्कीम में इन्वेस्ट करके आप टैक्स बचा सकते हैं और निवेशक को सोने का मूल्य प्राप्त होता है। इसका रेट पिछले तीन दिन के औसत क्लोज़िंग प्राइस पर तय होता है। निवेशक बैंक ब्रांच ,पोस्ट ऑफिस, स्टॉक एक्सचेंज से सीधे या अपने एजेंट के जरिये इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं।
डिजिटल गोल्ड
ज्वैलरी निवेश के अतिरिक्त सोने में निवेश के लिए डिजिटल गोल्ड भी एक बेहतर ऑप्शन के रूप में प्रचलन में हैं। गोल्ड की ऑनलाइन खरीदारी को डिजिटल गोल्ड के नाम से जाना जाता है। डिजिटल गोल्ड खरीदने के लिए आपको ज्वैलरी स्टोर्स में जाने की जरूरत नहीं पड़ती । आप इंटरनेट के माध्यम से शुद्ध और गुणवत्तापूर्ण सोने की खरीदारी कर सकते हैं, जो कॉस्ट के लिहाज से भी बेहतर ऑप्शन माना जाता है। इसके अतिरिक्त फिजिकल गोल्ड के मुकाबले इसमें ऑफर्स भी ज्यादा मिलते हैं और सुरक्षा के लिहाज भी इसे काफी बेहतर विकल्प माना जाता है।
कई कंपनियां अपने ऐप के जरिए गोल्ड की बिक्री करती है । जिसमें एमएमटीसी, पीएएमपी या सेफगोल्ड के साथ टाइअप के जरिए निवेश किया जाता है । इसके अतिरिक्त बैंक शेयर बाजार में कमोडिटी एक्सचेंज के तहत भी डिजिटल गोल्ड की खरीद व बिक्री होती है इसलिए डिजिटल गोल्ड के माध्यम से भी आप सोने में निवेश कर सकते हैं।
गोल्ड म्यूचुअल फंड
वर्तमान समय में बाजार में कई गोल्ड म्युचुअल फंड्स है जो गोल्ड का निवेश करते हैं गोल्ड म्यूच्यूअल फंड ईटीएफ में निवेश करता है जैसे-जैसे गोल्ड की कीमत घटती- बढ़ती हैं निवेश भी उसी प्रकार से घटता- बढ़ता है।
ऐसे करें ETF निवेश
गोल्ड ईटीएफ पैसिव तरीके से भी प्रबंधित किए जाने वाले ऐसे फंड होते हैं जिनका उद्देश्य स्पॉट बाजार में फिजिकल गोल्ड के समान मिलने वाले रिटर्न के समान रिटर्न देना होता है। गोल्ड ईटीएफ में निवेश के लिए डीमेट या ट्रेंडिंग अकाउंट होना आवश्यक है।
पिछले एक साल की बात करें तो म्यूच्यूअल फंड की सभी कैटेगरी में गोल्ड फंड का रिटर्न सबसे ज्यादा रहा है इस सेगमेंट में शामिल फंड ने 29 फ़ीसदी तक का रिटर्न दिया है। यदि साल 2020 की बात की जाए तो यह साल सोने की कीमतों में तेजी का साल रहा है ऐसे में इस तेजी का फायदा म्युचुअल निवेशक उठा सकते हैं।
इस प्रकार आप सोने में निवेश के लिए इन तरीकों को अपनाकर शुद्ध और गुणवत्तापूर्ण सोने को प्राप्त कर सकते हैं और निवेश के जरिए अपने जरूरत के मुताबिक सोने का निवेश कर लाभ कमा सकते हैं। Gold Investment