देश के स्वतंत्रता संग्राम में जलियांवाला बाग़ हत्याकांड ने एक अलग चिंगारी झोंकी और इस कांड के बाद कई गरमपंथी दल के नेता आगे आये और जोर शोर से आंदोलन में अपनी भागीदारी दी। परन्तु जलियांवाला बाग़ हत्याकांड की पटकथा बहुत पहले से लिखी जा रही थी। जनरल डायर का नाम हमेशा भारत में काले अक्षरों में लिखा जाएगा और पढ़ें