हम तो बचपन मैं भी अकेले थे जावेद अख्तर की मशहूर उर्दू ग़ज़ल है। यह ग़ज़ल उर्दू ग़ज़ल की दुखद, सामाजिक, मैत्री श्रेणी में आती है। और पढ़ें
शायर राहत इंदौरी की ग़ज़लें सकारात्मक और ऊर्जा से भरपूर हैं। राहत इंदौरी की ग़ज़लें प्रेरणा से भरी हैं। और पढ़ें
फैज़ अहमद फैज़ उर्दू के मशहूर शायर थे, उनके द्वारा लिखी गयी ग़ज़ल हम देखेंगे बहुत प्रसिद्ध है और कई आंदोलनकारियों की साथी रही है. परन्तु साथ में विवादों में भी रही है. और पढ़ें