यह ग़ज़ल दिल में उठ रहे तूफानों और अजीब बेचैनी का वर्णन करती है। शायर को लगता है जैसे कोई ताज़ा हवा चली है और उनके नाज़ुक दिल को चोट लगी है। दिल में शोर है, मानो कोई दीवार गिर गई हो। दुनिया में उनका मन नहीं लगता और उन्हें नहीं पता कि क्या कमी है। और पढ़ें
हिंदी के एक प्रमुख कवि मैथिलीशरण गुप्त ने "किसान" (किसान) नामक प्रसिद्ध कविता लिखी। यह कविता भारत के मेहनती किसानों को समर्पित है और उनके संघर्ष, दृढ़ता और देश की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालती है। कविता ग्रामीण जीवन, कृषि और कृषक समुदाय के महत्व के विषयों से गूंजती है। और पढ़ें