ओडिशा में स्थित पावन पुरी क्षेत्र को जगन्नाथ पुरी धाम के तौर पर जाना जाता है। जगन्नाथ मंदिर की ऐसी तमाम विशेषताएं हैं, साथ ही मंदिर से जुड़ी ऐसी कई कहानियां हैं जो सदियों से रहस्य बनी हुई हैं। इस से जुड़ी एक पौराणिक कथा यह भी है कि भगवान जगन्नाथ ने अपने परम भक्त हनुमान जी को सागर तट पर बांध दिया है। और पढ़ें
उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि कोरोना महामारी से हालात सामान्य होने पर जल्द ही चारधाम यात्रा को संचालित किया जाएगा। इसके लिए उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग जिले से सबसे पहले स्थानीय लोगों के लिए दर्शन करने की अनुमति दी जाएगी। यात्रा को संचालित करने की तैयारी चल रही है। और पढ़ें
कुंभ की दिव्यता का दर्शन कराने में अखाड़ों की महत्वपूर्ण भूमिका मानी जाती है। कुंभ और अखाड़ों को एक दूसरे का पर्याय भी माना जाता है। अखाड़े कुंभ को भव्यता के साथ -साथ संपूर्णता प्रदान करते हैं। व्यवहारिक रूप से कुंभ का शुभारंभ अखाड़ों के कुंभ नगर में प्रवेश करने के साथ ही माना जाता है। और पढ़ें
कुम्भ मेले में आज तीसरा शाही स्नान हो रहा है। 11 वर्षों बाद आया कुम्भ मेला वैसे तो हर 12 सालों में एक बार आता है परन्तु इस बार मेले का आयोजन 11 सालों के बाद ही आया है। जानते हैं की महायोग क्या है और इसका कुम्भ मेले के 11 सालों से क्या सम्बन्ध है, यह भी जानते हैं कि आज के स्नान का क्या समय सारिणी है और पढ़ें