ग़ज़ल विधा को प्रचलन में लाने वाली प्रसिद्ध गजल कार या यूं कहें कि गजलों के राजकुमार 'दुष्यंत कुमार' जी जिन्होंने समाज की वेदना , पीड़ा, भाव को अपनी अद्भुत रचना से गजल विधा में ढाल कर जनमानस की आवाज अपनी गजलों के माध्यम से उठाई इनकी गजलें इतनी लोकप्रिय हुई और पढ़ें
शायर राहत इंदौरी का जन्म 1950 में हुआ था। इंदौर में उनकी स्कूली शिक्षा हुई और उसके बाद उन्होंने उर्दू साहित्य में एमए और पीएचडी की। वे 30 सालों तक इंदौर के एक कॉलेज के प्रोफ़ेसर भी रहे थे। राहत इंदौरी का असली नाम कुरैशी था। और पढ़ें