श्री हरि कृष्ण प्रेमी जी जन्म 'मध्य प्रदेश' के गुना शहर में सन् 1908 हुआ था। मात्र 2 वर्ष की उम्र में ही इनकी माता जी का देहावसान हो गया मातृत्व की झलक या हमेशा अपने परिवार की सदस्यों में देखते इस कारण इनके ह्रदय में प्रेम भाव ,दया का भाव हमेशा दूसरे लोगों के लिए भी रहता। और पढ़ें
मशहूर लेखक पंकज सुबीर द्वारा लिखा गया यह उपन्यास काफी प्रसिद्ध रहा। आज के मौजूदा दौर की कई सवालों के जवाब उनके इस उपन्यास में मिल जाएंगे। इस उपन्यास को "जिन्हें जुर्म-ए-इश्क पे नाज था" के नाम से लिखा गया। और पढ़ें