How to Keep Healthy your heart
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दिल को स्वस्थ रखने के लिए अपनाएं ये जरूरी उपाय | Things to do Daily to Keep your Heart Healthy

दरअसल लोगों के अस्त व्यस्त जीवनशैली और गलत दिनचर्या के कारण दिल की बीमारी का खतरा सबसे अधिक होने लगा है। हृदय को स्वस्थ रखने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है- गलत खानपान पर ध्यान देना, क्योंकि हृदय रोग के लिए खाने-पीने से अधिक महत्वपूर्ण घटक कोई और नहीं होता। इसके साथ-साथ शारीरिक व्यायाम और पर्याप्त नींद लेना भी आवश्यक है।

हृदय को स्वस्थ रखने से शरीर की सभी प्रक्रियाएं ठीक प्रकार से चलती हैं तथा शरीर स्वस्थ रहता है। दिल के रोगियों की संख्या अधिक होने के कारण एनसीबीआई ने भारत में प्रचलित बीमारियों में से सबसे प्रमुख स्थान दिल की बीमारी को दिया है। इसलिए सभी को दिल का खास ध्यान रखकर किसी भी प्रकार की बीमारी से बचे रहना चाहिए और अपने शरीर को सेहतमंद बनाना चाहिए। 

दिल को स्वस्थ रखने के लिए इस लेख के माध्यम से हम आपको कुछ ऐसे तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो हृदय रोग के खतरे को दूर करने के लिए कारगर उपाय सिद्ध हो सकते हैं तथा दिल के दौरे जैसे स्ट्रोक वाली स्थितियों से बचा जा सकता है।


अखरोट का करें सेवन (Benefits of Walnuts for a Healthy Heart)  


दिल के बीमारी जैसे खतरे को कम करने के लिए अखरोट का सेवन लाभदायक है। अखरोट में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम तथा ब्लड प्रेशर को संतुलित करने का विशेष गुण पाया जाता है। जिस कारण यदि आप अखरोट को अपने खाने में शामिल करते हैं तो आपको कोलेस्ट्रोल और उच्च रक्तचाप जैसे हृदय रोग के मुख्य कारणों से बचाव करने में सहायता मिलती है।


वसायुक्त डेयरी उत्पाद खाने से बचें (Avoid Dairy Product for Good Heart)   


दिल का ख्याल रखने के लिए आपको ऐसे डेयरी उत्पाद खाने से बचना चाहिए, जो वसायुक्त हों। कम वसायुक्त डेयरी उत्पाद जैसे- बिना मलाई वाला दूध और दही, हृदय के लिए लाभदायक साबित होते हैं। इन में पोटेशियम और कैल्शियम जैसे लाभदायक पोषक तत्व पाए जाते हैं। यह रक्तचाप को कम करने में भी मदद करते हैं, परंतु वसा युक्त पदार्थों से दिल की बीमारी का खतरा अधिक हो जाता है। इसीलिए इनसे बचाव करें।


अलसी के बीज हैं फायदेमंद (Flaxseeds are Beneficial for Heart)  


स्वस्थ हृदय के लिए अलसी के बीज जरूरी आहार के रूप में माने जा सकते हैं क्योंकि इन बीजों में ओमेगा 3 एसेंशियल फैटी एसिड जैसा महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाया जाता है। यह एक गुड फैट की श्रेणी में गिना जाता है। इसलिए यह दिल की बीमारी के लिए एक लाभदायक और गुणकारी पोषक तत्वों में से एक है। इसका सेवन सुबह-सुबह सेवन दिल के लिए अच्छा है।


फाइबर युक्त आहार लें (Eat Fiber-Rich Diet for Healthy Heart)  


हृदय को स्वस्थ रखने के लिए सबसे अच्छा है 'फाइबर युक्त आहार'। फाइबर कोलेस्ट्रोल को कम करता है तथा स्ट्रोक के खतरे को भी घटाता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। फाइबर से वजन घटाने में भी मदद मिलती है। जैसे ओट्स, ब्राउन राइस, बाजरा, मसूर आदि में घुलनशील फाइबर पाए जाते हैं और विभिन्न अनाज और सब्जियों में भी फाइबर पाए जाते हैं। इसलिए हृदय को स्वस्थ रखने के लिए प्रतिदिन चार से पांच अनाज और दो से तीन सब्जियों को अपने खाने में अवश्य शामिल करना चाहिए। आप इसके अलावा और कुछ भी खा सकते हैं। जैसे- दलिया, बींस, दाल आदि।


फल खाने से होगा स्वस्थ हृदय (Fruits help to Keep you Healthy)  


फलों में एंटी ऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स पाए जाते हैं। जो शरीर की बीमारियों से रक्षा करते हैं तथा विभिन्न क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को भी ठीक करते हैं। इससे कैंसर और अल्जाइमर जैसे हृदय तथा रक्त वाहिका संबंधी रोगों का खतरा कम हो जाता है और हृदय स्वस्थ रहता है। यदि हृदय स्वस्थ रहेगा तो शरीर भी स्वस्थ रहेगा और स्वास्थ्य बेहतर होगा।


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स्वस्थ हृदय के लिए करें नट्स का सेवन (Eat Nuts for a Healthy Heart)   


फलों और नट्स के सेवन से दिल की बीमारियां कई गुना कम हो जाती हैं। इनके सेवन से पौष्टिकता के साथ-साथ स्वास्थ्य भी बेहतर बनता है। नट्स जैसे अखरोट, बादाम, पिस्ता विशेष रूप से हृदय के लिए काफी लाभदायक होते हैं, क्योंकि इनमें मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड होते हैं, जो खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करके अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाते हैं और स्ट्रोक जैसी बीमारियों से दूर रहने में मदद करते हैं।


रोजाना दो बार करें ब्रश (Brush Twice Daily)   


यह सुनकर आपको आश्चर्य हो रहा होगा की स्वस्थ हृदय से दांतों का क्या कनेक्शन, परंतु यह बात सच है। दांतों की देखभाल करने और मसूड़ों की बीमारियों को दूर रखने से हृदय पर भी असर पड़ता है और हृदय स्वस्थ रहता है। इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि दिन में दो बार दातों को अच्छे से ब्रश करें, जिससे हृदय रोग का खतरा भी कम हो।


ज्यादा लंबे समय तक एक ही पोजीशन में न बैठें (Do not Sit in One Position for Long Time)  


एक रिसर्च के मुताबिक यदि आप एक ही स्थिति में लंबे समय तक बैठे रहते हैं तो इससे आपके हृदय पर असर पड़ता है।  भले ही आप कितना भी व्यायाम करते हों परंतु यदि आप एक ही जगह पर अधिक समय तक बैठे रहते हैं, तो इससे शरीर पर अधिक असर बुरा असर होता है। लंबे वक्त तक बैठे रहने से डीवीटी यानी कि डीप वेन थ्रोम्बोसिस का खतरा बढ़ता है।  इसलिए सलाह दी जाती है कि आप थोड़े-थोड़े समय में चलते रहें, परंतु एक साथ लंबे समय तक एक ही जगह पर एक ही अवस्था में ना बैठें।


तनाव से दूर रहें तथा रक्तचाप को नियंत्रित रखें (Dont Stress Too Much and Keep your BP Controlled)   


दिल की बीमारी से बचने के लिए तनाव से दूर रहना अत्यंत आवश्यक है। इसलिए अपना ध्यान कुछ ऐसी चीजों को करने में लगाएं, जिससे आपको खुशी मिले और तनाव कम से कम हो। तनाव हो जाने से रक्तचाप पर भी असर पड़ता है और जितना ज्यादा रक्तचाप बढ़ेगा उतना ही ज्यादा उसका असर शरीर पर स्वास्थ्य पर पड़ता है। इसलिए हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों को स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। दरअसल हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण कोरोनरी धमनियों में वसा का जमाव हो जाता है। इससे कोरोनरी हार्ट डिजीज, स्ट्रोक जैसी बीमारियां शरीर को प्रभावित करती हैं। इस सब के लिए तनाव से दूर रहें और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखें।


पर्याप्त नींद है आवश्यक (Get Enough Sleep Everyday)  


हृदयाघात से बचने के लिए पर्याप्त नींद अत्यंत आवश्यक है। यदि आप पर्याप्त नींद नहीं लेते, तो आपको हृदय संबंधी कई बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। इसके बाद इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपकी उम्र कम है या अधिक है, आप अच्छी आदतों को अपनाते हैं या नहीं अपनाते। इसलिए किसी भी उम्र का इंसान हो उसे पर्याप्त नींद की अत्यधिक आवश्यकता होती है। नींद पूरी न होने के कारण शरीर के अंदर कई अंदरूनी समस्याएं हो जाती हैं। इससे शरीर की प्रक्रियाओं पर इनका असर होता है और ब्लड प्रेशर और सूजन जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसलिए एक स्वस्थ इंसान को कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद अवश्य लेनी चाहिए। 


वजन को रखे नियंत्रित (Keep your Weight Controlled)   


बढ़ते वजन के कारण हृदय की धमनियों पर दबाव पड़ता है। इसकी वजह से हृदय को काम करने के लिए अधिक मेहनत की आवश्यकता होती है और इससे हृदय के साथ-साथ अन्य बीमारियां भी हो सकती हैं। एक स्टडी के मुताबिक पेट के आसपास की अधिक चर्बी के कारण हृदय रोग का खतरा बढ़ता है और पेट की चर्बी के कारण ही हाई ब्लड प्रेशर से जुड़ी अनेक बीमारियां होती हैं। इसलिए वजन को नियंत्रित करना अत्यंत आवश्यक है। वजन कम करने के लिए व्यायाम के साथ-साथ अपने खानपान पर भी नियंत्रण करना चाहिए।

डिस्क्लेमर: यह टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं, इन्हे किसी डॉक्टर या फिर स्वस्थ्य स्पेशलिस्ट की सलाह के तौर पर न लें, बिमारी या किसी संक्रमण की स्थिति में डॉक्टर की सलाह से ही अपना इलाज करवाएं।

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