This is the most Expensive Currency in the World
बिज़नेस

क्रिप्टो करेंसी और मजबूत हो रही है, Bitcoin के फिर से भाव उछाल मर रहे हैं | This is the most Expensive Currency in the World

"बिटकॉइन" एक ऐसी डिजिटल मुद्रा है जिसका संचालन किसी केंद्रीय बैंक द्वारा नहीं किया जाता।"बिटकॉइन" पहली विकेंद्रीकृत डिजिटल मुद्रा है जिसे कंप्यूटर नेटवर्किंग पर आधारित भुगतान के लिए निर्मित किया गया है। यह विश्व का पहला एक ऐसा भुगतान तंत्र है जिसका कोई भौतिक स्वरूप नहीं होता जो केवल "इलेक्ट्रिकली स्टोर" होती है यदि आपके पास "बिटकॉइन" है तो वह आम मुद्रा की तरह सामान खरीद सकते है। दुनिया भर में 1500 से अधिक क्रिप्टोकरेंसी प्रचलित है। बिटकॉइन के अतिरिक्त लिब्रा, एथेरियम आदि प्रमुख क्रिप्टो करेंसी है।

भारत में "बिटकॉइन" पर आरबीआई द्वारा 6 अप्रैल 2018 को पूरी तरह से बैन लगाया गया था। 24 दिसंबर 2013 को "बिटकॉइन" जैसी वर्चुअल मुद्राओं के संबंध में आरबीआई द्वारा एक पेज प्रकाशन जारी किया गया था जिसमें कहा गया था कि इन मुद्राओं के लेनदेन को कोई आधिकारिक अनुमति नहीं दी गई है। जिनका लेनदेन जोखिम स्तर का है लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट ने यह प्रतिबंध हटाते हुए वर्चुअल करेंसी जैसी क्रिप्टोकरेंसी ट्रेंड को मंजूरी देते हुए "बिटकॉइन" पर कानूनी तौर से लेनदेन करने की अनुमति प्रदान कर दी है।


क्या है बिटकॉइन में तेजी की वजह (What is the Reason Behind the Rise in Bitcoin)  


लॉकडाउन खुलने के बाद से करेंसी ने 200 गुना की तेजी हासिल की है जिसकी निम्न वजह बताई जा रही है।


बिटकॉइन की विश्वसनीयता (Credibility of Bitcoin)

"बिटकॉइन" एक ऐसा निवेश है जिसे सोने की तरह विश्वसनीय और सुरक्षित माना जाता है कहा जा रहा है कि कोरोना महामारी के बाद लोगों ने आर्थिक जोखिम से बचने के लिए सुरक्षित निवेश किया। शुरुआती दौर में लोगों ने सोने में निवेश किया जिससे उसके मूल्य में तेजी से वृद्धि हुई। वहीं दूसरी ओर बड़े -बड़े निवेशकों ने बिटकॉइन को निवेश का विकल्प बनाया। "बिटकॉइन" की खास बात यह है कि इसके लेनदेन के लिए आपको बैंक जाने की जरूरत नहीं पड़ती इसे एक तरह की "क्रिप्टोकरेंसी" के रूप में जाना जाता है।


इसे भी पढ़ें : पेंशनभोगी 28 फरवरी तक जमा कर सकते हैं जीवन प्रमाण पत्र


बैंकों के झंझट से मुक्त (Bitcoin Makes Free from Bank's Hassles)   


"बिटकॉइन" दुनिया की सबसे महंगी करेंसी है साल दर साल इसकी कीमत बढ़ती रहती हैं ब्लाकचैन तकनीकी पर आधारित इस करेंसी में कूट लेखन तकनीकी का प्रयोग कर बिना बैंक के ट्रांजैक्शन किया जाता है। क्रिप्टो करेंसी का परिचालन केंद्रीय बैंक से स्वतंत्र होता है जो की पूरी तरह बैंक के झंझट से मुक्त है इसमें लेनदेन ओपन होता है जिससे हैंकिंग और छीना झपटी की संभावनाएं भी कम रहते हैं इसलिए निवेशक इस पर अपना पैसा लगाते हैं।


बड़ी-बड़ी कंपनियों ने किया निवेश (Many Big Companies Invested in Crypto Currencies)  


क्योंकि बिटकॉइन एक "क्रिप्टोकरेंसी है इसके भरोसे की वजह से बड़ी-बड़ी कंपनियों ने इसमें निवेश करना शुरू किया कहा जा रहा है। विश्व प्रसिद्ध कंपनी गुगेनहीम पार्टनर अपने 5.3 बिलियन डॉलर की प्रॉपर्टी का 10 फ़ीसदी हिस्सा बिटकॉइन में लगाते हैं वहीं दूसरी ओर माइक्रोसॉफ्ट के बिल गेट से लेकर टि्वटर के सीईओ जैक दोरसे तथा अमेरिकी कंपनी के पे -पल भी इसमें निवेश कर चुके हैं इसके अतिरिक्त वॉलस्ट्रीट की नई कंपनियां भी बिटकॉइन में निवेश की कतार पर है।


21 हजार डॉलर के पार हुई कीमत (Highest Cost $21,000


मुद्रा में बढ़ोतरी का इतिहास प्राचीन काल से रहा है लेकिन किसी करेंसी के इतिहास में यह पहली बार हो रहा है कि करेंसी ने अपने सारे इतिहास को डालें। "बिटकॉइन" ने सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए 21,000 का आंकड़ा पार कर दिया है। 17 दिसंबर 2019 की बात की जाए तो 1 बिटकॉइन की कीमत $6,641 थी जबकि 16 दिसंबर 2020 को यह आंकड़ा $20,791 के पार पहुंच चुका था। करेंसी में कुुुल 213 फ़ीसदी की उछाल दर्ज की गई थी।

इस प्रकार कहा जा सकता है कि बिटकॉइन्स बैंकों के झंझट से मुक्त दुनिया की सबसे महंगी करेंसी है। जिसकी वर्तमान कीमत 17,00,000 लाख रु का आंकड़ा पार कर चुका है।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल शैक्षिक उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी प्रकार इन्वेस्टमेंट करने से पहले आप अपने एडवाइजर से अवश्य परामर्श लें या उस से सम्बंधित दश्तावेज़ों का अध्यन अवश्य करें। हम आपके किसी भी फायदा या नुक्सान के लिए जिम्मेदार नहीं माने जायेंगे।

Trending Products (ट्रेंडिंग प्रोडक्ट्स)