Uttrakhand बना पहला ऐसा राज्य जो अपने राज्य के महाविद्यालयो और विश्वविद्यालयों को हाई स्पीड की फ्री वाई फाई इंटरनेट की सेवा देगा मुख्यमंत्री माननीय श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी ने अपने विधानसभा क्षेत्र यानी डोईवाला के शहीद दुर्गामल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय से प्रदेश के महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों के लिए हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्टविटी एवं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुविधा का शुभारंभ किया। हमारे उत्तराखंड के युवाओं को पूरी दुनिया से जुड़ने की अभिलाषा थी इस दिशा में यह माननीय मुख्यमंत्री जी का कदम युवाओं के लिए वरदान साबित होगा। इस सुविधा के माध्यम से प्रदेश के छात्र छात्राओं को महान विद्वान लोगों से ज्ञान अर्जित करने में सहायता मिलेगी जो अपने अपने क्षेत्र में बहुत कुछ हासिल कर चुके है। हमारे युवा हमारे देश का भविष्य है आने वाला कल उनके ऊपर निर्भर है और युवाओं को यह तय करना होगा कि वो इस सुविधा को अपने लिए वरदान कैसे साबित कर सकते है, क्योंकि उस चीज को वरदान या अभिशाप बनाना उन्ही के ऊपर निर्भर करता है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी का कहना है कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के डिजिटल भारत की और यह एक महत्वपूर्ण कदम है Uttrakhand School and Collages
डिजिटल भारत योजना है क्या ये जानते है सब से पहले
डिजिटल भारत डिजिटल इंडिया कार्यक्रम का उद्देश्य देश को डिजिटल रूप से सशक्त समाज और ज्ञान अर्थव्यवस्था में परिणत करना है। यह 7 अगस्त 2014 को डिजिटल इंडिया कार्यक्रम पर प्रधानमंत्री - बाहरी वेबसाइट जो एक नई विंडो में खुलती है की बैठक के दौरान कार्यक्रम के प्रारूप पर लिए गये महत्वपूर्ण निर्णयों का अनुपालन और सरकार के सभी मंत्रालयों को इस विशाल कार्यक्रम के प्रति जागरूक करने के लिए है जो सरकार के सभी क्षेत्रों पर रोशनी डालती है। यह कार्यक्रम इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग (डीईआईटीवाई) द्वारा परिकल्पित किया गया है।
यह कार्यक्रम वर्तमान वर्ष से 2018 तक चरणबद्ध तरीके से कार्यान्वित किया जायेगा। डिजिटल इंडिया कार्यक्रम परिवर्तनकारी प्रकृति का है जो यह सुनिश्चित करेगा की सरकारी सेवाएँ इलेक्ट्रॉनिक रूप से नागरिकों के लिए उपलब्ध हैं। Uttrakhand School and Collages
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वर्तमान में अधिकतर ई-गवर्नेंस परियोजनाओं के लिए धन का स्रोत केन्द्रीय या राज्य सरकारों में संबंधित मंत्रालयों / विभागों के बजटीय प्रावधानों के माध्यम से होता है। डिजिटल इंडिया की परियोजनाओं के लिए धन की आवश्यकताओं का आकलन संबंधित नोडल मंत्रालयों/विभागों द्वारा किया जाएगा। यह योजना प्राचीन से अवर्चिने या प्राचीन को आज से अवगत कराने की एक साकार पहल है। इससे छात्रों को ज्ञानार्जन में सहायता मिलेगी और हमारे उत्तराखंड का युवा वर्ग आत्मनिर्भर बनेगा। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए वो सचिवालयों को ई ऑफिस से जोड़ा जा रहा है जो हमारे उत्तराखंड राज्य में भ्रष्टाचार को खत्म करने में सहायता प्रदान करेगा।
इस योजना के द्वारा आज के वर्तमान दौर के छात्र छत्राओं का सर्वांगीण विकास होगा, वो अपने विषय के अलावा किसी अन्य क्षेत्रों के बारे में भी जनकारी प्राप्त कर सकते हैं। रोज कुछ नया करने की ऊर्जा उनके अंदर विद्यमान हो सकती है। इससे उत्तराखंड 1 नई ऊंचाईयों को प्राप्त कर सकता है उत्तराखंड का युवा वर्ग आज हर क्षेत्र में आगे है। चाहे वो क्षेत्र कोई भी हो। हमारे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री जी ने इस योजना के द्वारा हमारे निर्धन वर्ग के छात्रों को उड़ने की नई दिशा प्रदान की है जो लोग बिना इंटरनेट के दुनियाभर से अपरिचित थे वो आज इस योजनाओं के द्वारा परिचित हो सकते है बस उनको इसका सदुपयोग करना होगा।