FAU-G मोबाइल गेम को भारत में रिलीज हुए 10 दिन होने वाले हैं। शुरुआत में इसे 24 घंटे के भीतर ही 50 लाख बार डाउनलोड किया गया था और रेटिंग भी 4.5 के आसपास मिल रही थी, लेकिन गेम की लॉन्चिंग के दो-तीन दिन बाद इसकी रेटिंग में गिरावट आने लगी। जिससे कि यह साफ कहा जा सकता है कि FAU-G गेम, यूजर्स को PUBG जैसा एनवायरनमेंट नहीं दे पा रहा है या PUBG जैसा इंटरटेन नहीं कर पा रहा है। इस गेम को 26 जनवरी को 'रिपब्लिक डे' के अवसर पर रिलीज किया गया था जिससे कि यूजर्स अधिक से अधिक संख्या में इस स्वदेशी गेम को प्रमोट भी कर सकें और इसे डाउनलोड करके इसका मनोरंजन भी ले सकें। गेम को बेंगलुरु स्थित nCore games स्टूडियो द्वारा विकसित किया गया। इस स्वदेशी गेम को बॉलीवुड सुपरस्टार अक्षय कुमार ने प्रमोट किया था जिसे कि अभी सिर्फ एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म पर ही रिलीज किया गया है। गेम के प्रति PUBG यूजर्स में काफी उत्सुकता थी कि यह गेम बैन हुए PUBG गेम को एक बार फिर स्वदेशी रूप में लाएगा लेकिन यह गेम PUBG कमी को शायद दूर नहीं कर पाया। जिस कारण अब गूगल प्ले स्टोर पर लगातार FAU-G की रेटिंग गिरती जा रही है। हालांकि nCore game के सह संस्थापक विशाल गोंडले ने लॉन्चिंग से पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि FAU-G का उद्देश्य भारत में PUBG मोबाइल को रिप्लेस करना नहीं है। लॉन्चिंग से पहले इस गेम को काफी प्रमोट किया गया था, स्वयं अक्षय कुमार ने इसका एंथम अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया था लेकिन आखिर क्या कारण है कि इतने प्रमोशन के बाद भी गेम को डिस-लाइक किया जा रहा है जानिए इसके कुछ खास कारणों को -
अनावश्यक प्रचार
पिछले वर्ष गलवान वैली में 20 भारतीय जवानों के शहीद होने के बाद से भारत-चीन तनाव चरम पर पहुंच गया। जिससे कि चीन निर्मित कई उत्पादों व मोबाइल एप्स पर बैन लगा दिया गया। बैन हुए एप्स में PUBG भी शामिल था। पबजी मोबाइल के बैन के कुछ दिन बाद ही nCore games स्टूडियो ने फौजी की घोषणा कर दी। जिसके प्रमोशन, प्रचार-प्रसार आदि के लिए बॉलीवुड स्टार अक्षय कुमार गेम में शामिल होने लग गए। आत्मनिर्भर भारत अभियान के चलते फौजी का खूब प्रचार प्रसार किया गया जिससे भारतीय प्लेयर काफी उम्मीद लगाए बैठे। लगभग सभी ने पब्जी मोबाइल के विकल्प के तौर पर फौजी को समझ लिया लेकिन फौजी लोगों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया।
गन, नियंत्रण और अनुकूलन विकल्पों का अभाव
लेफ्टिनेंट सिंह का किरदार आपका फौजी में होगा और आपकी रेजिमेंट पर चीनी विरोधियों द्वारा गलवान वैली में घात लगाई जाती है। गेम में हथियार यानी कि गन ना होकर केवल डंडे मिलते हैं और आपको लात घुसे ही बरसाने होते हैं। यह गेम काफी सिंपल है जिसमें दुश्मनों के साथ लड़ाई झगड़े होते हैं। ब्रालर मैकेनिक्स में सिर्फ दो बटन 'हिट' और 'ब्लॉक' ही है जिसमें ब्लॉक बटन की बहुत कम आवश्यकता है। कई स्थानों पर इसमें आप अपनी हेल्थ को रिकवर कर सकते हैं। इसमें किरदार को आप कस्टमाइज भी नहीं कर सकते हैं क्योंकि इसके लिए कोई विकल्प ही नहीं दिया गया।
बैटल रॉयल मोड नहीं है
फौजी single-player मोड पर आधारित है जिसे खेलने में प्लेयर्स काफी बोर हो जाता है। पबजी की तरह बैटल रोयाल मोड का ना होना ही फैंस की ज्यादा नाराजगी हो सकती है, जिससे कि इसे अब रेटिंग नहीं मिल पा रही है। गेम की स्क्रीन पर दो मोड और है जो कि अभी फिलहाल सक्रिय नहीं है। nCore game ने कहा कि गेम में जल्द "free-for-all" और 5v-5 team deathmatch मोड भी दिए जाएंगे। जिससे यह आशा की जा रही है कि यह दो मोड़ कहीं ना कहीं फौजी गेम में अधिक रोमांच लाएंगे और फिर से गेम की स्टार रेटिंग बढ़ पाएंगी।
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ग्राफिक्स और बग्स
गेम में कुछ बग (समस्याएं) भी हैं जिसमें कि कई बार ऐसा होगा कि दुश्मन फौजी आपके ऊपर कोई अटैक ही नहीं करेंगे। गेम के ग्राफिक्स अन्य गेम की तुलना में काफी पुराने लग रहे हैं। यह कहा जा सकता है कि nCore game ने फौजी को रिलीज करने में शायद जल्दबाजी कर दी है जिससे कि इसमें काफी कमियां व समस्या पैदा हो रही है। उम्मीद करते हैं कि कंपनी जल्द ही इन कमियों को दूर करके गेम को और अधिक आकर्षक और रोमांचकारी बना लेगी।
FAU-G के प्रति प्लेयर्स का रिएक्शन
ज्यादातर यूजर्स यही कह रहे हैं कि उन्होंने इसे पबजी जैसा समझा था लेकिन यह उतना मनोरंजक नहीं है। साथ ही प्लेयर्स का यह भी कहना है कि गेम में गन फाइट नहीं है सिर्फ हाथा-पाई ही दी गई है जिससे कि कई यूजर्स को इसकी फाइट पसंद नहीं आ रही है। वही काफी यूजर्स इसकी स्टोरी लाइन में कमी निकाल रहे है। इन्हीं वजह से जहां लॉन्चिंग के थोड़ी बाद ही 4.7 स्टार रेटिंग मिली थी तो वहीं अब 3 से भी नीचे रह गई है। अब कई यूजर्स इसे 1 स्टार रेटिंग दे रहे हैं जिससे कि हर दिन इसकी लोकप्रियता में कमी दिख रही है।