आम बजट 2021 - 2022 को लोकसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीथारमन ने कल दिनाक 1 फरबरी को पेश किया। इस बजट को लेकर सबकी अलग अलग धारणाएं हैं, पर विशेषज्ञों का मानना है कि यह बजट निश्चित रूप से रोज़गार में इजाफा करेगा और भविष्य में नयी नौकरियों का निर्माण करेगा।
सरकार द्वारा निर्माण क्षेत्र में निवेश कि योजना और ऐलान अवश्य ही नए रोजगारों का सृजन करेगा, परन्तु मनरेगा के बजट में ज्यादा इज़ाफ़ा न होने के कारण ऐसा लगता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्य या फिर ग्रामीण अर्थव्यवस्था चुनौतीपूर्ण हो जाएगी। कोरोना कि वजह से कई लोग अपनी नौकरी या फिर रोज़गार को खो चुके हैं, इस लिए इन सब योजनाओं को सही रूप में धरातल पर शीघ्र लाना होगा अन्यथा इस में देरी सरकार के लिए अधिक नुकसानदायक होगी।
कोरोना की वजह से अर्थव्यवस्था पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है, लोगों की बचत ख़तम हुयी है और लोग कर्जे पर जीने को मज़बूर हुए हैं, ऐसे में जब लोगो को रोजगार मिलेगा तो वह पहले अपने कर्ज को चुकाएंगे।
बहुउद्देशीय योजनाए रोजगार और समृद्धि को लेकर आती हैं और इस बजट में सरकार ने जो बजट बनाया है उसके परिणाम दूरगामी होंगे ऐसा लगभग सभी विशेषज्ञों का मानना है।