साइटिका के दर्द से निजात चाहते हो, तो करें इन योगासनों को :
शरीर को कम सक्रिय रखने, बदलता लाइफस्टाइल और गलत मुद्रा में काफी देर तक बैठने से इस प्रकार की समस्या आपके सामने आती है। इस समस्या में सूजन आने से काफी असहनीय दर्द होता है जिस कारण अब आयुर्वेद ने इस समस्या को रोगों की श्रेणी में डाल दिया।
साइटिका जो कि एक ऐसी समस्या है जिससे बहुत से लोग पीड़ित हो चुके होंगें। हालांकि कई लोग अब भी इस असहनीय दर्द से जूझ रहे होंगे। साइटिका एक नर्व (नस) होती है जो पिछले भाग में कूल्हे से लेकर एडी तक जाती है। कई बार इन नसों में सूजन आने से काफी कष्टकारी दर्द होता है। इस असहनीय दर्द के कारण ही आयुर्वेद ने अब इसे रोगों की श्रेणी में डाल दिया। सामान्यतः इस प्रकार की समस्या 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में ज्यादा देखी गई है, इसके अलावा अधिक मेहनती व हार्ड वर्क के कारण भी यह शिकायत सामने आते हैं। वर्तमान में खराब लाइफ-स्टाइल के कारण यह कम उम्र व युवाओं में भी देखा जा रहा है। साइटिका के विषय पर योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि शारीरिक रूप से कम सक्रिय, खराब लाइफ़-स्टाइल, ज्यादा समय तक गलत मुद्रा में बैठने या अधिक वजनी समान उठाने से भी यह समस्या पैदा हो जाती है। साइटिका के इस असहनीय दर्द को आप औषधियों व योगासनों से दूर कर सकते हैं।
साइटिका की समस्या को दूर करने हेतु योगासन :
मर्कटासन :
इस आसन को करने से शरीर की एकाग्रता में वृद्धि तथा रीढ़ की हड्डियों और कमर दर्द से भी निजात मिलती है। पेट संबंधी समस्याओं के लिए भी यह आसन काफी फायदेमंद साबित होता है।
भुजंगासन :
आज मोटापा एक गंभीर समस्या बनता जा रहा है जो कि शरीर में फैट के बढ़ने का संकेत होता है। भुजंगासन को करने से मोटापे में कमी, रीड की हड्डी मजबूत और इसके साथ ही साइटिका के दर्द से भी निजात मिलेगी।
वक्रासन :
योग आसन सिर्फ साइटिका के दर्द को ही नहीं अपितु कई रोगों को भी दूर करते हैं। यह कई प्रकार के रोगों के लिए फायदेमंद होते हैं। वक्रासन से पाचन किया नियमित व डायबिटीज जैसी घातक बीमारी को भी दूर करने में सहायक होता है।
नौकासन :
नौका आकार से करने वाले इस आसन से पेट, कमर और कंधों को मजबूती प्रदान होती है। इस आसन से मांसपेशियों को ताकत मिलती है। इसके साथ ही शरीर में होने वाले अकड़न व असहनीय दर्द से भी यह आसन निजात दिलाता है।