आज डिजिटल का दौर है, स्मार्टफोन के साथ-साथ स्मार्ट ऐप को भी विकसित किया जा रहा है। पहले से डेवलप ऐप का भी समय-समय पर संशोधन किया जा रहा है। जिससे यूजर्स ऐप का एक ही तरह से यूज करके उभ ना पाए और उसे कुछ नया करने व देखने को मिले। विकसित ऐपो में कंपनी नए फीचर्स देकर उपभोक्ताओं को रिझाने का काम करती है। टेक कंपनी Google अपनी वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म यूट्यूब के लिए बहुत फीचर्स पेश करती आई है, जो भी व्यूअर्स और क्रिएटर्स के बहुत काम आए हैं।
अब इसी कड़ी में कंपनी यूट्यूब के प्लेटफार्म पर चैप्टर फीचर्स जोड़ने की तैयारी कर रही है। जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग एल्गोरिथम्स में तकनीक का प्रयोग किया जाएगा, जिससे चैप्टर वीडियो में खुद ब खुद जुड़ पाएंगे। वर्तमान में क्रिएटर्स को वीडियो अपलोड करने के दौरान मैनुअली चैप्टर जोड़ने पड़ते हैं।
यूट्यूब के मालिकाना कंपनी गूगल ने इस बात की पुष्टि की है कि नए चैप्टर फीचर की टेस्टिंग शुरू कर दी है। यह फीचर मशीन लर्निंग तकनीक व टेस्ट के जरिए स्वयं ही वीडियो चैप्टर जनरेट करेगा। इस तकनीक फीचर से क्रिएटर्स का काम आसान हो जाएगा और साथ ही व्यूअर्स को नेविगेट करने में मदद मिलेगी।
इसे भी पढ़ें : मुफ्त में नहीं कर पाएंगे मनी ट्रांसफर यूजर्स को देना होगा चार्ज
चैप्टर फीचर की लॉन्चिंग
यूट्यूब का ये अपकमिंग फीचर अभी टेस्टिंग जोन में है। इस फीचर की लॉन्चिंग को लेकर फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी गई है लेकिन यह उम्मीद की जा रही है कि चैप्टर फीचर को दिसंबर में लांच किया जा सकता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यूट्यूब ने सितंबर में टिक टॉक की तरह शॉर्ट वीडियो मेकिंग प्लेटफार्म Shots भारत में लांच किया था। यूट्यूब के शार्ट प्लेटफार्म पर टिक टॉक की तरह ही शॉर्ट वीडियो बनाए जा सकते हैं। वीडियो मेकिंग के तरह ही एडिटिंग करके यूट्यूब के लाइसेंस वाले गानों को जोड़ा जा सकेगा।
आपको
बता दें कि भारत
में टिक टॉक ऐप
बेहद लोकप्रिय शॉर्ट वीडियो ऐप था। भारत
टिक टॉक ऐप इस्तेमाल
करने वाले टॉप देशों
में शामिल था। तकरीबन 20 करोड़
यूजर अकेले भारत में टिक
टॉक ऐप के शामिल
थे, जिसे अब भारत
सरकार द्वारा प्रतिबंधित कर दिया गया
है।