मनुष्य के शरीर को स्वस्थ रखने के लिए कई प्रकार के पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। मुख्य पोषक तत्व शरीर में बहुतायत मात्रा में अपने आप ही पाए जाते हैं या शरीर द्वारा इनका निर्माण कर लिया जाता है परंतु कई ऐसे पोषक तत्व हैं जिनके लिए मनुष्य को बाहरी पेड़-पौधों या जीव-जंतुओं पर निर्भर रहना पड़ता है। शरीर के लिए पोषक तत्वों को दो प्रकार से विभाजित किया गया है- पहले वे जिन का उपयोग शरीर में कम मात्रा में होता है तथा दूसरे वे जिनका उपयोग शरीर को अधिक मात्रा में करना पड़ता है। ऐसे न्यूट्रिएंट्स अधिक मात्रा में शरीर को चाहिए तो होते हैं परंतु आजकल की भीड़-भाड़ भरी और व्यस्त दिनचर्या में मनुष्य इन न्यूट्रिएंट्स को लेना कम कर रहे हैं या फिर उनके खानपान में यह कम मात्रा में पाए जाते हैं। इस प्रकार के पोषक तत्वों में शामिल है- मैग्नीशियम, आयरन, कैल्शियम, विटामिन आदि। इनका उपयोग शरीर बहुतायत में करता है परंतु कभी-कभी इनकी शरीर में कमी हो जाती है।
आइए आज हम आपको इन्हीं पोषक तत्वों के बारे में बताने जा रहे हैं कि यदि आपके शरीर में भी ऐसे ही आम पोषक-तत्वों की कमी है तो कुछ उपाय अपनाकर तथा खाने में इन्हें शामिल करके जल्द ही कमी को पूरा किया जा सकता है। Essential Nutrition for Health
आयोडीन है शरीर के लिए जरूरी
आयोडीन के बारे में तो आप सभी जानते होंगे आयोडीन नमक में पाया जाने वाला पोषक तत्व है। यह हर दिन खाने में डाला जाता है परंतु फिर भी दुनिया के एक तिहाई लोगों में आयोडीन जैसे पोषक तत्व की कमी पाई जाती है। यह आज कल की दुनिया में आम बात है। आयोडीन की कमी से घेंघा रोग होता है। थायराइड हार्मोन जो की हड्डियों के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है थायराइड ग्लैंड से स्रावित होता है। आयोडीन की कमी से यह थायराइड ग्लैंड बढ़ जाती है, जिससे हृदय की गति तेज होने लगती है तथा सांस लेने में भी परेशानी अनुभव की जा सकती है। इसकी कमी से अत्यंत गंभीर एवं बड़े नुकसान हो सकते हैं। आयोडीन की मात्रा का आपके शरीर में उचित स्तर बना रहे इसके लिए आपको अपने खाने में अंडे, डेयरी प्रोडक्ट्स तथा मछली जैसी चीजें शामिल करनी चाहिए एवं आयोडीन युक्त नमक ही लेना चाहिए।
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विटामिन-ए है आंखों के लिए बेहतर
विटामिन-ए की कमी से रतौंधी रोग होता है जिसमें आंखों से कम दिखाई देने लगता है, इसकी कमी से दांत, हड्डियां और कोशिका झिल्ली के बनने में भी परेशानी आ सकती है। यह वसा में घुलनशील विटामिन है जो कि प्रतिरोधक क्षमता पर भी असर डालता है। इसके लिए आपको अपने खानपान में ऐसे फलों एवं सब्जियों को शामिल करना चाहिए जो अंदर से लाल हों जैसे- बीटा कैरोटीन, शकरकंद, गाजर, पत्तेदार सब्जियां, पपीता, फिश लिवर ऑयल, आर्गन मीट आदि। गाजर में विटामिन ई भरपूर मात्रा में पाया जाता है इसीलिए दृष्टि दोष वाले लोगों को गाजर खाने की सलाह दी जाती है।
कैल्शियम है बहुत जरूरी
यह तो आप सभी जानते ही होंगे कि हमारी हड्डियां कैल्शियम से बनी होती है इसलिए हम कह सकते हैं कि कैल्शियम शरीर के लिए बहुत ही उपयोगी पोषक तत्व है। मनुष्य की हड्डियां एवं दातों के लिए कैल्शियम एक बहुत ही जरूरी पोषक तत्व है, इसकी कमी से हमारी नसें और मांस पेशियां सही से काम नहीं कर पाती तथा दिल पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ता है। यदि यह पोषक तत्व शरीर में कम हो जाए तो ऑस्टियोपोरोसिस नाम की बीमारी का खतरा अत्यधिक बढ़ जाता है तथा हड्डियां भी कमजोर हो जाती हैं। कैल्शियम ऐसा पोषक तत्व है जो डेयरी प्रोडक्ट्स तथा हरी सब्जियों में पाया जाता है इसलिए ऐसे लोग जिन्हें कैल्शियम की कमी है उन्हें दूध-दही अधिक खाने की सलाह दी जाती है।
मेग्नीशियम है शरीर के लिए महत्वपूर्ण खनिज
मैग्नीशियम हड्डियों और दातों की संरचना करने के लिए एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व माना जाता है। मनुष्य के शरीर में इस पोषक तत्व की कमी से टाइप-2 डायबिटीज, मांसपेशियों में दर्द, ह्रदय रोग तथा अनेक बड़ी बीमारियां हो सकती हैं इसीलिए मेग्नीशियम की कमी को पूरा करने के लिए खाने में साबुत अनाज, हरी पत्तेदार सब्जियां, डार्क-चॉकलेट तथा सूखे मेवे जैसी चीजों को शामिल करना चाहिए।
आयरन है जरूरी मिनरल
आयरन जीवधारियों के शरीर के लिए एक बहुत ही आवश्यक पोषक तत्व है। यह रक्त में हीमोग्लोबिन और कोशिकाओं तक ऑक्सीजन पहुंचाने का कार्य करता है। विश्व के 25% लोगों में आयरन की कमी पाई जाती है तथा बच्चों में यह कमी बढ़कर 47% तक हो सकती है। स्त्रियों में तो पीरियड के दौरान अत्यधिक रक्त का स्त्राव हो जाने की वजह से 30% महिलाओं में यह कमी पाई जाती है वहीं दूसरी ओर गर्भावस्था के दौरान भी आयरन की कमी महिलाओं के लिए परेशानी खड़ी करती आई है। आयरन की कमी से मनुष्य के शरीर में एनीमिया रोग होता है। कहते हैं कि शाकाहारी लोग सिर्फ पौधों से निर्मित आयरन का ही प्रयोग करते हैं इसीलिए इसकी कमी शाकाहारी लोगों में ज्यादा पाई जाती है। एनीमिया की वजह से शरीर में खून की कमी तो होती ही है परंतु कमजोरी के साथ-साथ हर वक्त थकान रहना भी इसके बड़े लक्षणों में शामिल है। आयरन जैसे पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने के लिए खानपान में रेड मीट, बींस, ब्रोकली, हरी सब्जियां तथा सालमन मछली जैसी चीजों का उपयोग करना चाहिए। ये सभी चीज़ें आयरन की कमी को पूरा करने के लिए बहुत ही आवश्यक साबित होती हैं।
विटामिन-डी होता है हड्डियों के लिए अच्छा
विटामिन-डी का सबसे अच्छा स्रोत सूर्य है परंतु यह विटामिन सिर्फ सुबह के 10:00 बजे तक ही मिलता है। उसके बाद सूर्य की हानिकारक किरणें मनुष्य के शरीर पर अपना बुरा प्रभाव डालती हैं। यह विटामिन शरीर में कोशिकाओं के लिए अत्यधिक आवश्यक होता है। यह शरीर में स्टेरॉयड हार्मोन की तरह कार्य करके शरीर को मजबूती प्रदान करता है। कई इलाके ऐसे होते हैं जहाँ पर धूप ज्यादा नहीं होती और कुछ लोग जो धूप में किसी भी कारणवश नहीं जाते उनके शरीर में विटामिन-डी की कमी हो जाती है। इस विटामिन की कमी से रिकेट्स रोग होता है, हड्डियों में कमजोरी आ जाती है और बच्चों का शारीरिक विकास भी रुक जाता है। विटामिन-डी की कमी को पूरा करने के लिए धूप की बहुत आवश्यकता होती है परंतु फिर भी यदि धूप में नहीं जा सकते तो सप्लीमेंट के तौर पर अपने खान-पान में ही ऐसी चीजों को शामिल करना बेहतर विकल्प है जिससे यह विटामिन शरीर को मिल जाये। इसके लिए कॉड लीवर आयल, अंडे की जर्दी तथा फैटी फिश बेस्ट ऑप्शन हो सकते हैं।
विटामिन-बी12 है शरीर के लिए उपयोगी
विटामिन-बी 12, दिमाग नर्वस सिस्टम तथा रक्त के लिए अत्यंत आवश्यक विटामिन माना जाता है। यह पानी में घुलनशील होता है तथा इसकी कमी से अत्यंत ही बड़े और असाध्य रोग हो सकते हैं। विटामिन B12 की कमी शाकाहारी लोगों को ज्यादा होती है इस कमी को पूरा करने के लिए कई बार तो लोग इंजेक्शन या फिर इनके सप्लीमेंट को लेना आरंभ कर देते हैं। यदि आप भी इस तरह की किसी विटामिन की कमी से पीड़ित हैं तो सबसे अच्छा है कि अपने खाने में मछली, मीट, अंडा और मिल्क प्रोडक्ट्स को शामिल करें। इनको लेने से विटामिन B12 की कमी को दूर किया जा सकता है।
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