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Adolf Hitler जीवनी, विश्व युद्ध व आत्महत्या- Hitler Biography in Hindi

हिटलर एक नाम जिसे सभी सबसे बड़े तानाशाह के रूप में जानते हैं। एडोल्फ हिटलर 20 अप्रैल, 1889 को ऑस्ट्रिया के एक शहर ब्रूनो एम इन में जन्मे थे। उन्होंने अपना अधिकांश बचपन 'लिंज' नामक स्थान में बिताया था। हिटलर ने 30 अप्रैल, 1945 को अपनी पत्नी इवा ब्राउन के साथ जमीन से 50 फुट नीचे एक बंकर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। 


विश्व में जब कभी भी क्रूरता की बात की जाती है तो सभी की मन मस्तिष्क में एक ही तस्वीर उभरकर सामने आती है वो है विश्व के सबसे बड़े तानाशाह हिटलर की। हिटलर इतिहास के सबसे क्रूर और खतरनाक नेता कहे जाते थे। उनके सामने पूरा संसार कमजोर था और पूरा विश्व उनके नाम से ही कांपता था। मानव इतिहास का सबसे विनाशकारी युद्ध जो कि दूसरा विश्वयुद्ध था। वह  हिटलर की वजह से ही लड़ा गया था। जिस कारण लाखों करोड़ों लोगों की जान गई थी। हिटलर की जिंदगी से जुड़ी अनेक कहानियां विश्व प्रसिद्ध हैं। किसी में वे एक हीरो के रूप में दिखाई देते हैं तो किसी में विलेन के रूप में। लेकिन यह सबसे बड़ा सत्य है कि हिटलर 20वीं सदी का सबसे क्रूर और शक्तिशाली तानाशाह था। आइये जानते है Hitler Biography in Hindi


आइए इस लेख के जरिए उनके बारे में कुछ जानकारी हासिल करते हैं:


हिटलर का आरम्भिक जीवन


जर्मनी के इस विश्व कुख्यात तानाशाह का जन्म ऑस्ट्रिया के हंगरी के एक छोटे से शहर ब्रूनो ऐमिन में 20अप्रैल, सन 1889 को हुआ था। इनके पिता का नाम एलओइस हिटलर और माता का नाम क्लारा पोल्जल था। उनकी आरंभिक शिक्षा लिंज (ऊपरी ऑस्ट्रिया की राजधानी) नामक स्थान पर हुई। हिटलर पढ़ाई में कुछ बहुत अधिक तेज नहीं था। इसी कारण वह सेकेंडरी स्कूल की पढ़ाई में भी संघर्ष कर रहा था। वह अपने पिता की तरह सिविल सेवक सेवक बिल्कुल भी नहीं बनना चाहता था। अंततः वह विद्यालय से ड्रॉप आउट हो गया। वर्ष 1903 में वह 17 वर्ष की आयु में पिता की मृत्यु के बाद आर्टिस्ट बनने के लिए वियना चला गया, लेकिन यहां की अकादमी ऑफ फाइन आर्ट ने उसे दाखिला नहीं दिया इसलिए उसने पोस्टकार्डों पर चित्र बनाकर अपना जीवन निर्वाह किया। वह अपने भरण-पोषण के लिए घरों में पेंटिंग करने का काम भी किया करता था।


हिटलर का सैन्य करियर


हिटलर सन 1913 में म्यूजिक जो कि जर्मन का एक राज्य है वहां चला गया बवेरिया का जर्मन राज्य है वहां चला गया। जब प्रथम विश्वयुद्ध शुरू हुआ तो वह बवेरिया के राजा की एक आरक्षित पैदल सेना में स्वयंसेवक के पद पर भर्ती हो गया था। अक्टूबर 1914 में हिटलर को बेल्जियम में तैनाती मिली थी। पूरे विश्व युद्ध में हिटलर को अपनी बहादुरी के लिए 2 सैनिक चिन्ह मिले थे जिसमें दुर्लभ 'आयरन क्रॉस फर्स्ट क्लास' भी शामिल था। इसे उसने अपने जीवन के अंत तक पहना हुआ था। पहले विश्व युद्ध में जर्मनी की बहुत बड़ी हार हुई थी। इसके बाद 1918 में हिटलर ने 'नाजी दल' की स्थापना की। 'राष्ट्रीय समाजवादी जर्मन कामगार पार्टी' (NSDAP) को 'नाजी पार्टी' के नाम से जाना जाता है। हिटलर ने नाजी पार्टी के सदस्यों में देश प्रेम को कूट-कूट कर भर दिया। साथ ही साथ प्रथम विश्वयुद्ध की हार के लिए उसने यहूदियों को दोषी ठहराया। उसने सभी लोगों के दिलों में यहूदियों के लिए भयंकर नफरत पैदा कर दी और कहा कि ये जर्मनी राज्य के लिए एक अभिशाप हैं। हिटलर की नफरत के कारण यहूदियों की हत्या हुई लगभग 60 लाख से ज्यादा यहूदी मारे गए। 


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सन 1923 में हिटलर ने जर्मनी की सरकार को हटाने का प्रयत्न किया परंतु वह असफल रहा और इसके लिए उसे 5 साल की सजा हुई तथा जेल जाना पड़ा। इसी दौरान उसने अपनी आत्मकथा Mein kampf (मेरा संघर्ष) भी लिखी जिसमें उसने नाजी पार्टी के अनेक सिद्धांतों का वर्णन किया।

सन 1932 तक संसद में नाजी पार्टी के 230 सदस्य हो चुके थे। सन 1933 में हिटलर जर्मनी का चांसलर बना और उसने संसद को भंग कर दिया। उसने साम्यवादी दल को भी गैरकानूनी घोषित कर दिया और राष्ट्र को स्वावलंबी होने के लिए प्रेरित किया। हिटलर ने राष्ट्रसंघ छोड़ दिया। यह कार्य उसने सन 1933 में किया और उसने भावी युद्ध के लिए अपनी सैन्य शक्ति को बढ़ाना प्रारंभ किया।

सन 1934 में हिटलर ने स्वयं को सर्वोच्च न्यायाधीश घोषित कर दिया और उसी वर्ष जर्मन के राष्ट्रपति हिंडनबर्ग की मृत्यु हो गई। उसके बाद हिटलर राष्ट्रपति बन बैठा। 

सन 1933 में उसने पूर्ण शक्ति हासिल करने का प्रयास किया था और इसके लिए जनता में असंतोष और राजनीतिक दुर्दशा का सहारा लिया था।


द्वितीय विश्वयुद्ध और आत्महत्या


हिटलर की अध्यक्षता में जर्मनी ने इटली से संधि की और उसी वर्ष ऑस्ट्रिया पर भी अधिकार कर लिया। अपने इसी विस्तार के कारण हिटलर की सेनाओं ने पोलैंड के पश्चिमी भाग पर भी अधिकार कर लिया था और ब्रिटेन ने पोलैंड की रक्षा के लिए अपनी सेनाएं भेजी थी। जिसके कारण द्वितीय विश्व युद्ध का आरंभ हुआ जो 1939 में हुआ था। हिटलर के नेतृत्व में 1941 तक नाजी पार्टी की सेनाओं ने पूरे यूरोप का बहुत सा क्षेत्र कब्जा लिया था। अब हिटलर सभी पड़ोसी देशों से दुश्मनी ले रहा था इसीलिए मित्र राष्ट्र की सेनाओं ने उसकी सेनाओं को हरा दिया। हिटलर ने सोवियत सेनाओं से घिरने के बाद और उनके हत्थे चढ़ने के डर से 30 अप्रैल 1945 को बर्लिन में जमीन के 50 फुट नीचे एक बंकर में अपनी पत्नी ब्राउन के साथ खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।


हिटलर की आत्महत्या के एक दिन पहले ही इटली के तानाशाह बेनिटो मुसोलिनी की लाश के साथ लोगों ने दुर्दशा की थी। यह बात हिटलर को पता थी इसी कारण से उसने अपने सहयोगियों को आदेश दिया कि मेरी लाश दुश्मनों के हाथ नहीं पड़नी चाहिए इसलिए उन्होंने अपने सहयोगियों को कहा कि मेरे मरने के बाद मुझे दफनाएं नहीं बल्कि जला दें जबकि हिटलर ईसाई था और ईसाइयों में मरने के बाद शव को जमीन के अंदर दफनाया जाता है परंतु जमीन के अंदर दफनाने के बाद हिटलर के दुश्मन उसे कब्र से निकाल लेंगे और लोग उसके साथ बदसलूकी कर सकते थे इसलिए उसने निर्णय लिया कि उसके शव को जला दिया जाए यह कार्य हिटलर के सहयोगियों ने किया।


एडोल्फ हिटलर से जुड़ी कुछ अन्य बातें


  • हिटलर अपनी जिंदगी में उस दिन को सबसे खुशी भरा दिन मानता था जब उसे 1938 में टाइम्स मैगजीन ने 'द मैन ऑफ द ईयर' का खिताब दिया था।
  • इतिहास में हिटलर वह पहला इंसान था जिसने धूम्रपान विरोधी अभियान की शुरुआत की थी।
  • हिटलर की वजह से कई लोगों की जान गई सबसे क्रूर तानाशाह में से एक था परंतु क्या आप जानते हैं कि जिस व्यक्ति ने इंसानों के साथ इतनी क्रूरता की, वह शुद्ध शाकाहारी था और उसने पशुओं की क्रूरता के खिलाफ एक कानून भी बनाया था।
  • हिटलर के राज में स्कूल की किताबों में नाजी पार्टी का गुणगान करने वाले और यहूदियों के खिलाफ कहने वाले पाठ पढ़ाए जाते थे।
  • हिटलर का सपना पेंटर बनने का था मगर उसे 1907 और 1908 में एकेडमी ऑफ़ फाइन आर्ट्स में दो बार दाखिला नहीं मिला।
  • हिटलर की मूछें आज भी 'टूथब्रश मूछें' कहीं जाती हैं।
  • आश्चर्य की बात यह है कि सन 1939 में शांति के नोबेल पुरस्कार के लिए भी हिटलर को नामांकित किया गया था।
  • तानाशाह के रूप में हिटलर के सैनिक यहूदियों को पकड़कर एक कमरे में डाल देते थे और वहां एक प्रकार की विषैली गैस छोड़ देते थे और यदि कोई भी व्यक्ति भाग जाता था तो उस क्षेत्र के चारों तरफ लगी तारों में करंट दौड़ता रहता था। जिस से टकराकर उनकी मौत हो जाती थी 
  • दुनिया में अपना खौफ पैदा करने वाला तानाशाह खुद हमेशा ही मौत के डर में रहता था।
  • हिटलर हमेशा से कहता था कि देश को जीतने के लिए पहले उस देश के नागरिकों को काबू में करना होता है।
  • हिटलर ने आत्महत्या के एक दिन पहले ही शादी की थी।

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