जुगेलस जीनस वानस्पतिक प्रजाति अखरोट जैसे फायदेमंद फल को जन्म देती है। औषधीय गुण के कारण इसके सेवन से कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं। इससे कई रोगों को दूर रखा जा सकता है।
आज इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में इंसान कई प्रकार की क्रियाए करता है, जिससे उसके पास ना खाना खाने का समय रहता है और ना ही उस खाने को पचाने का। एक अच्छे व पौष्टिक भोजन से शरीर स्वस्थ व मानसिक संतुलन बना रहता हैं। भोजन के रूप में फलों का अहम रोल होता है। फलों से हमें विशिष्ट प्रकार के पौष्टिक तत्व मिलते हैं जिससे हम कई रोगों से लड़ सकते हैं। वैसे तो सभी फलों से हमें पौष्टिक तत्व मिलते हैं परंतु जब बात करें हम अखरोट (walnut) की तो इसकी पौष्टिकता कुछ अधिक होने लगती है। आज हम अखरोट के सेवन से होने वाले फायदे (Benefits of Walnuts) के बारे में चर्चा करेंगे व इससे कई प्रकार के रोग दूर किए जा सकते हैं।
मस्तिष्क के लिए : अखरोट के रिसर्च से यह पता लगाया गया कि इसमें भरपूर मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है जो मस्तिष्क के कार्य पर लाभकारी प्रभाव डालता है।
हड्डियों के लिए : यदि हड्डियां मजबूत हो तो पूरे शरीर को मजबूती प्रदान होती हैं। अल्फा, लिनोलेनिक एसिड युक्त खाद्य पदार्थ में यह एसिड पाया जाता है और यह अखरोट में भी शामिल है। साथ ही अखरोट में कैल्शियम विटामिन-डी भी पाया जाता है जो हड्डियों को स्वस्थ रखता है।
इसे भी पढ़े : थकान होने के बावजूद नींद नहीं आती तो हैं ये उपाय | How to Sleep Better
कैंसर के लिए : कैंसर आज विश्व भर में सबसे घातक बीमारी है। इस बीमारी के लिए भी अखरोट फायदेमंद होता है। एक रिसर्च के मुताबिक अखरोट में एंटी कैंसर प्रभाव होने से कैंसर टयूमर नहीं बढ़ता जिससे कैंसर बढ़ने से रुक जाता है। यह जानकारी एनसीबीआई की वेबसाइट पर दी गई।
गर्भावस्था : गर्भावस्था के दौरान अखरोट का सेवन लाभकारी सिद्ध होता है। अखरोट में पाए जाने वाले फैटी एसिड, विटामिन ए और ई होने वाले शिशु का मानसिक विकास में सहायता करते हैं। अखरोट में प्रोटीन, पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड(PUFA) और टोकॉफेरोल्स की एक अच्छी मात्रा इस में पाई जाती है।
डायबिटीज : एनसीबीआई द्वारा प्रकाशित एक वैज्ञानिक शोध में बताया गया है कि अखरोट का सेवन मधुमेह की रोकथाम में मददगार हो सकता है, वही बीजिंग स्थित यूनिवर्सिटी में भी यह पता चला कि इसके पेड़ व पत्तों में एंटी-डायबिटीज प्रभाव पाए जाते हैं। इस प्रभाव के कारण यह रक्त में ग्लूकोज की मात्रा को कम करने का कार्य करता है। जिससे शरीर को डायबिटीज जैसी घातक बीमारी से दूर रखा जा सकता है।