Alzheimer's Disease
हेल्थ

जानिए घातक बीमारी अल्जाइमर के बारे में | What is Alzheimer's Disease?

अल्जाइमर भूलने का रोग है ।

इसमें व्यक्ति की याददाश्त में कमी होने लगती है, वह अपने निर्णय नहीं ले पाता है, बोलने में भी दिक्कत होने लगती है ।

यह बीमारी अमूमन 60 वर्ष की उम्र के आसपास होती है,  इस वजह से आपने देखा होगा कि बुजुर्गों की याददाश्त कम होने लगती है, और वह धीरे-धीरे सारी चीजों को भूलने लगते हैं ।

यह समस्या मस्तिष्क से संबंधित है, अल्जाइमर को अलोइस नामक वैज्ञानिक ने ढूंढा और इसका विवरण सर्वप्रथम दिया था।

अल्जाइमर रोग किस प्रकार उत्पन्न होता है 


हमारी जैसे- जैसे उम्र ढलती है ,वैसे -वैसे हमारी सोचने, याद करने की क्षमता भी कम होने लगती है ,परंतु इस गंभीर रोग से दिमाग की कार्य करने की क्षमता कमजोर हो जाती है, यह सामान्य लक्षणों में शामिल नहीं है अर्थात हर किसी में यह रोग हो जरूरी नहीं, यह रोग उन्हीं लोगों में होता है , जिनके दिमाग की तंत्रिका तंत्र की कोशिकाएं नष्ट हो रही होती हैं, तंत्रिका तंत्र बहुत सारे कोशिकाओं की सूचनाओं का जाल होता है। जब यह तंत्रिका तंत्र नष्ट होने लगता है, तो यह हमारे शरीर में सूचनाओं को सही से नहीं पहुंचा पाते हैं ,जिसके कारण हमारी याददाश्त में असर पड़ने लगता है ।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हमारे शरीर में लाखों की संख्या में न्यूरॉन्स होते हैं , जिनके  नष्ट होने से अल्जाइमर रोग उत्पन्न होने लगता है। What is Alzheimer's Disease?


अल्जाइमर रोग के लक्षण


बोलने में समस्या


अल्जाइमर रोग से पीड़ित व्यक्ति बोलने में या लिखने में निपुण नहीं हो पाते, वह चीजों के नाम भूलने लगते हैं, जैसे -यदि उन्हें नहाना है तो वह उस साबुन का ब्रैंड भूल जाते हैं , जिससे वह नहाते हैं। यदि वह कोई डिस खाना चाहते हैं ,तो वह उस डिस का नाम भूल जाते हैं।


कार्य करने में कठिनाई 


अल्जाइमर से पीड़ित व्यक्ति दैनिक जीवन के कार्यों को मैनेज नहीं कर पाता है।

जिससे उसके व्यवहार में चिड़चिड़ापन देखा जा सकता है।


याददाश्त में कमी 


याददाश्त  या स्मरण शक्ति धीरे-धीरे कम होने लगती है, यह न्यूरॉन के नष्ट होने के कारण होता है, जिससे वह सूचनाओं को ज्यादा देर तक याद नहीं कर पाता।


चीजें इधर-उधर रखना


अल्जाइमर जैसी गंभीर बीमारी के कारण मरीज अपने ही द्वारा रखी चीजों को भूल जाता है, यदि वह खाना बना रहा है तो वह भूल जाएगा कि गैस बंद है या नहीं या उसने खाने में नमक मिलाया है या नहीं यह सामान्य परिवर्तन बाद में गंभीर स्वरूप ले लेता है।


निष्क्रियता का भाव


किसी भी कार्य को करने के लिए निष्क्रिय हो जाते हैं , जैसे यदि वह बैठे हैं तो वह घंटों बैठे ही रहेंगे, यदि वह कुछ सोच रहे हैं तो वह उसी चीज को सोचते रहते हैं और यदि वह सो रहे हैं तो वह घंटों सोते रहते हैं।

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अल्जाइमर रोग से होने वाले  नुकसान


सिर दर्द होना


अल्जाइमर रोग से पीड़ित व्यक्ति के हमेशा सर पर दर्द होता रहता है , जिसके कारण उसकी मानसिक स्थिति पर दुष्प्रभाव पड़ते हैं वह व्यक्ति अपना संयम खो बैठता है।


तनाव में रहना


जैसा कि अल्जाइमर मस्तिष्क से संबंधित बीमारी है इस बीमारी से व्यक्ति हमेशा तनावग्रस्त हुआ रहता है वह अपने निर्णय स्वयं नहीं ले पाता,  जिससे उसे अपनी जिंदगी बेजान सी लगने लगती है।


व्यवहार परिवर्तन


अल्जाइमर से ग्रसित व्यक्ति के व्यवहार में परिवर्तन आना स्वाभाविक है, वह संदेशों को नियंत्रित नहीं कर पाता है ,और चिड़चिड़ा पन उसके व्यवहार में साफ-साफ दिखाई पड़ता है, जब उसे मौके पर चीजें याद नहीं आती हैं तो वह अपने आप को कमजोर सा महसूस करता है।


अल्जाइमर रोग की  जांच


अल्जाइमर रोग की जांच करने के लिए आपको उपरोक्त लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाकर ग्रसित मरीज की जांच कराइए, इसमें  ब्लड टेस्ट ,हृदय की गति मापना, एम आर आई  आदि आधुनिक परीक्षणों से अल्जाइमर रोग की जांच करते हैं , तथा पुष्टि करते हैं कि यह रोग है या नहीं इस बीमारी का समय पर यदि इलाज करा दिया जाए तो यह बीमारी ठीक हो सकती है ,अन्यथा बाद में अल्जाइमर और अधिक गंभीर रूप ले लेता है ।


अल्जाइमर रोग का निवारण


मादक पदार्थों का सेवन ना करें


यदि चिंता तनाव की स्थिति बनी रहती है, तो उस समय मादक पदार्थों का सेवन ना करके शीतल पेय  पदार्थों का सेवन करें जब कभी आपको तनाव महसूस हो तो अपने मनपसंद का गाना हंसीदार नाटक या अच्छा खाना खाएं।


पौष्टिक आहार का सेवन 


अपनी डाइट में पौष्टिक पदार्थों को अवश्य जगह दें जिसमें आपको विटामिन, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स संतुलित मात्रा में मिले  व  पानी को दिन भर पीते रहे।


योगा को दिनचर्या में  करे शामिल 


जैसा कि आप जानते ही हैं कि , योग हमारे शरीर के सभी  रोगों को दूर करने में समर्थ है, और यह अल्जाइमर रोग को भी दूर करता है ।

यदि आप एक घंटा मेडिटेशन करते हैं उसके पश्चात भ्रमी प्राणायाम करना  है  इस प्रणायाम से  अल्जाइमर जैसी घातक बीमारी को शरीर से दूर किया जा सकता है। और अधिक जानकारियों के लिए जुड़े रहे हमारी इस वेबसाइट पर।

डिस्क्लेमर: यह टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं, इन्हे किसी डॉक्टर या फिर स्वस्थ्य स्पेशलिस्ट की सलाह के तौर पर न लें, बिमारी या किसी संक्रमण की स्थिति में डॉक्टर की सलाह से ही अपना इलाज करवाएं।

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